स्लम-अवैध कॉलोनी में 7 लाख की आबादी
भोपाल मास्टर प्लान तैयार करने के लिए किए गए सर्वे में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया। शहर की 23 लाख आबादी में से सात लाख स्लम और अवैध कॉलोनियों में निवास करती है। स्लम निवासियों की बात करें तो इनकी संख्या तीन लाख से अधिक है। सात लाख की ये आबादी प्रदेश के किसी भी छोटे शहर की कुल आबादी के बराबर है।
रोज कार्रवाई, फिर भी 50 हजार गुमठियां
शहर में अतिक्रमण अमला रोजाना अलग-अलग क्षेत्रों में 40 से अधिक गुमठियां हटाता है, बावजूद इसके शहरभर में 50 हजार निगम में दर्ज गुमठियां हैं। इनकी संख्या इससे अधिक हो सकती है। हर दिन ये कम होने की जगह बढ़ रही है, जबकि गुमठी विस्थापन के लिए बीते सालों में हॉकर्स कॉर्नर व अन्य कामों पर करोड़ों रुपए खर्च हुए हैं।
ये करना चाहिए: पूर्व प्रशासनिक अधिकारी एसके गुप्ता का कहना है कि निगम व जिला प्रशासन को सबसे पहले नई झुग्गियों पर रोक लगाना चाहिए। इनके बनते ही तुरंत हटाने की व्यवस्था हो। संबंधित क्षेत्र के अफसर- इंजीनियर की जिम्मेदारी तय कर देना चाहिए। झुग्गी विकसित होने पर कार्रवाई की जाना चाहिए। सामूहिक तौर पर स्लम एरिया को खाली करवाकर शिङ्क्षफ्टग करना चाहिए, इक्का दुक्का से बात नहीं बनती है।
: राजीव आवास योजना के तहत ईडब्ल्यूएस आवास बनाने 700 करोड़ रुपए का बड़ा बजट खर्च किया गया। स्थिति ये हैं कि भानपुर में इन योजना के अधिकांश आवास खाली पड़े हैं। इनपर कब्जा हो गया। सही आवंटित नहीं हो पाए।
: सरकारी आवास परिवार के प्रमुख सदस्य के नाम आवंटित कराने के बावजूद परिवार के कुछ सदस्य वह झुग्गी नहीं छोड़ते हैं। यदि निगम आवास आवंटन के बाद झुग्गी तोड़ भी देता है तो उसी क्षेत्र में अन्य किसी सरकारी जगह पर झुग्गी तान ली जाती है।
- केवीएस चौधरी, निगमायुक्त