
गर्मी ने तोड़ा 120 साल का रिकॉर्ड, इस बार इतनी देर से आएगा मॉनसून
भोपालः मध्य प्रदेश में इस वक्त भीषण गर्मी का दौर चल रहा है। नौतपे के सातवें दिन शनिवार को प्रदेश का औसत तापमान 41 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया। एक तरफ जहां महाकौशल क्षेत्र में आसमान से आग बरसाती हुई जानलेवा गर्मी पड़ रही है, प्रदेश में गर्मी का सितम किस कदर है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि, राजधानी भोपाल में शनिवार को तापमान 45 डिग्री के पास जा पहुंचा। मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी में शनिवार को पड़ी गर्मी ने पिछले दस सालों का रिकॉर्ड तोड़ा है। साथ ही प्रदेश के जबलपुर में तो तापमान ने 120 सालों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए शनिवार को 48 डिग्री सेल्सियस के करीब जा पहुंचा था।
भोपाल में सीज़न का सबसे गर्म दिन, जबलपुर में टूटा 120 साल का रिकार्ड
मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी भोपाल में इससे पहले इतनी गर्मी साल 2010 में पड़ी थी। इसके अलावा,विभाग ने जबलपुर के तापमान के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि, सन 1900 के बाद जबलपुर में पहली बार इतना अधिक तापमान रिकॉर्ड हुआ। इससे पहले 20 मई 1954 को जबलपुर में अधितकम तापमान 46.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। शुक्रवार को भी भोपाल का तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जिसपर पड़ी गर्मी को लेकर भी मौसम विभाग ने कहा था कि, भोपाल का तापमान
जानिए प्रदेश के मुख्य शहरों का तापमान, विभाग की चेतावनी
रीवा में शनिवार को अधितकम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं खजुराहो, दमोह, नौगांव, सीधी और सतना में अधिकतम तापमान 46 डिग्री के पार पहुंच गया। इसके अलावा ग्वालियर, सागर, उमरिया, रायसेन, होशंगाबाद, खरगोन और राजगढ़ में अधिकतम तापमान 45 डिग्री रहा। प्रदेश के लोगों को चेतावनी देते हुए मौसम विभाग द्वारा कहा गया कि, आगामी दिनों में प्रदेशवासियों के लिए लोगों के लिए आने वाले दिन और परेशानी भरे रह सकते हैं। मौसम विभाग ने छतरपुर, सागर, दमोह और खरगोन में तेज लू चलने की संभावना जताई है। उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, होशंगाबाद, रीवा, शहडोल, भोपाल, जबलपुर और इंदौर में भी लू चलने की संभावना जताई गई है।
मानसून के कम रहने का अनुमान
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि, इस बार प्रदेश में मानसून भी लेट पहुंचने की संभावना है। क्योंकि, इस बार मानसून देश में ही तय समय से पांच दिन देरी से आ रहा है। विभाग के अनुसार, देश में सबसे पहले मॉनसून केरल में दस्तक देता है, लेकिन इस बार वहां भी मानसून पांच दिन लेट होकर छह जून को पहुंचने का अनुमान है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने इस बार मानसून के सामान्य रहने, लेकिन उत्तर और दक्षिण भारत में इसके सामान्य से कम रहने की संभावना जताई है। आईएमडी के अनुसार आमतौर पर माना जाता है कि अल-नीनो मानसून पर अपना असर डालती है, जिसका असर बारिश के मौसम में जारी रहेगा। भीषण गर्मी क बीच मध्य प्रदेश मौसम विभाग ने एक राहत भरी संभावना और जताई है, जिसमें कहा गया है कि, इस बार प्रदेशभर में सामान्य बारिश हो सकती है। अनुमान है कि, इस बार 96 फीसद बारिश होगी।
Published on:
02 Jun 2019 12:46 pm
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