
World Milk Day 2024: राजधानीवासियों में दूध की खपत पिछले पांच साल में बढ़ी है। लेकिन, उनकी पहली पसंद खुला दूध नहीं बल्कि पैक्ड मिल्क है। राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में हर दिन करीब आठ लाख लीटर दूध की खपत है। हालांकि, खुले दूध की भी बिक्री कम नहीं है। होटल, रेस्त्रां और चाय-ठेलों वालों के यहां दूधियों के दूध की खपत ज्यादा है। पैक्ड दूध और खुला दूध की बिक्री का रेश्यो 70-30 है। यानी 70 फीसदी लोगों की पसंद पैक्ड तो 30 फीसदी की पसंद दूधिए का दूध है।
राजधानी में लगे दुग्ध प्लांट दूध का कलेक्शन ग्रामीण क्षेत्रों से करते हैं। बड़े डेयरी वाले भी सीहोर, आष्टा, नरसिंहगढ़, मुलताई, बैरसिया, विदिशा, रायसेन आदि जिलों से दूध मंगवाते हैं।
गाय के दूध में एसएनएफ 8.5 प्रतिशत होती है और भैंस के दूध में 9 प्रतिशत
गाय के दूध में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा 100 एमएल दूध में 4.9 मिलीग्राम होती है। तो भैंस के दूध में 100 एमएल दूध में 8.3 ग्राम।
गाय के 100 एमएल दूध में 118 एमजी कैल्शियम होता है। वहीं भैंस के 100 एमएल दूध में 121 एमएल कैल्शियम होता है।
गाय के 100 एमएल दूध में लैक्टोज की मात्रा 4.28 ग्राम होती है। वहीं भैंस के 100 एमएल दूध में 4.12 ग्राम लैक्टोज होता है।
गाय के 100 एमएल दूध में 3.2 ग्राम, तो भैंस के दूध में 3.6 ग्राम प्रोटीन होता है।
भैंस के दूध में कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम और पोटेशियम की मात्रा अधिक
गाय के दूध में विटामिन अधिक होते हैं। दूध में कैसिन एवं केरोटिन प्रोटीन पाई जाती है।
गर्मियों में दूध की मांग थोड़ी बढ़ी है, लेकिन छाछ, मठा, श्रीखंड, लस्सी, आम्र खंड की मांग 15 फीसदी तक बढ़ी है।
दूध की खरीदी पूरे साल होती है। इसलिए मांग में ज्यादा वेरिएशन नहीं होता। त्योहारों पर दुग्ध उत्पादों में 10 से 15 फीसदी तक मांग बढ़ती है।
-आरपी सिंह, सीइओ भोपाल दुग्ध संघ
जितनी ज्यादा दूध और मिल्क प्रोडक्ट की डिमांड है। उतनी ही ज्यादा इसमें मिलावट भी है। दूध व दुग्ध उत्पादों में मिलावट फैट से जुड़ी होती है। पनीर को लो-फैट करके बेचा जाता है तो मावे में ऑयल का फैट मिलाया जाता है। एक साल में खाद्य विभाग ने दूध व दुग्ध उत्पादों के 250 नमूने लिए। जांच में इनमें से 66 नमूने फेल हुए। अमूमन दूध में सामान्य तौर पर 30 प्रतिशत से ज्यादा फैट होता है। पनीर बनाते समय दूध के इस फैट को 15 से 20 फीसदी कर अतिरिक्त पनीर या घी बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। मावे को अतिरिक्त फैट चाहिए, इसलिए इसमें सोया ऑयल या फिर पॉम ऑयल की मिलावट की जाती है।
-देवेंद्र दुबे, खाद्य सुरक्षा अधिकारी
Updated on:
01 Jun 2024 01:36 pm
Published on:
01 Jun 2024 01:22 pm
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