
बिजनौर. कोरोना जैसी महामारी के कहर को लेकर जहां दुनियाभर के देश इस बीमारी से जूझ रहे हैं। इस महामारी से देश को बचाने के लिए प्रधानमंत्री ने देश में 21 दिन का लॉकडाउन करने का ऐलान कर दिया है। वहीं, बिजनौर जिले के चांदपुर में खाद्यान्न माफियाओं की ओर से 48 कुंटल गेहूं की कालाबाजारी की मामला सामने आया है। आरोप है कि जमाखोर मोटा मुनाफा कमाने के लिए बड़ी मात्रा में गेंहू चक्की में ले जाकर पीस रहे थे। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने 48 कुंटल गेहूं बरामद किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जमाखोर के खिलाफ मुकदमा दर्जकर उनको पकड़ने की कवायद शुरू कर दी है।
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गौरतलब है कि बिजनौर जिले को भी 21 दिनों के लिए लॉकडाउन किया गया है। इस बीच उपयोगी सभी वस्तुओं को जिला प्रशासन हर नागरिक तक पहुंच बरकरार रखने के लिए योजना तैयार बना रहा है। इस बीच जमाखोरी की खबर के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उटाते हुए 48 क्विंटल गेंहू से भरे गोदाम को सील कर दिया है। हालांकि, इस दौरान जमाखोर पुलिस -प्रशासन की गिरफ्त में आने से बचने में सफल हो गया।
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जमाखोर पर कार्रवाई करने के बाद एसडीएम घनश्याम वर्मा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि खाद्यान्न गोदामों द्वारा उचित दर पर विक्रेताओं को खाद्यान्न भेजा जा जाता है। इनमें से 48 कुंतल गेहूं चांदपुर के व्यापारी मलेशिया के दुकान पर पहुंचना था, जो दुकान पर ना पहुंचकर सराय रफी मोहल्ले के फारुख की आटा के चक्की में गेहूं को उतारने की सूचना मिली थी। इसके बाद तहसीलदार और नायब साहब को भेजा गया। सूचना सही होने पर तहसीलदार ने चांदपुर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची चांदपुर पुलिस ने जहां आटा चक्की से 48 कुंटल गेहूं को बरामद किया है। वहीं, फरार आटा चक्की मालिक फारूक और उसके भाई की पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है।
Published on:
26 Mar 2020 01:09 pm
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