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किसान मजदूर संगठन ने योगी सरकार को बताया किसान विरोधी, चुनावी वादे भी भूले सीएम

गन्ना कार्यालय आैर डीएम आॅफिस का किया घेराव

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बिजनौर।राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के किसानों ने बिजनौर में अपनी कई मांगों को लेकर मंगलवार को गन्ना कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान किसानों ने प्रदेश के सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।इसके बाद किसान अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट आॅफिस पहुंच गए। किसानों के नेता विनोद कुमार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है की प्रदेश सरकार चुनाव के दौरान किए गए अपने वादों को भी भूल गर्इ है। जिसके चलते यूपी की योगी सरकार किसान विरोधी बनकर रह गई है।

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प्रदर्शन कर किसानों ने की ये मांग

वहीं धरना प्रदर्शन कर गन्ना कार्यालय का घेराव करने वाले किसानों ने कहा कि सरकार ने बिजली के दाम बढ़ा दिया है।बिजली की कीमत में 150 प्रतिशत दाम बढ़ाये गए है। इसे किसान किसी भी हालत में नहीं मानेगा।साथ ही साथ किसानों के गन्ना मूल्य में भी कटौती सरकार द्वारा की जा रही है ,जो किसान कभी बर्दास्त नहीं करेंगा। इन्हीं तमाम मांगों को लेकर किसानों ने कलेक्ट्रेट आॅफिस पर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।

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केंद्र आैर यूपी सरकार को बताया किसान विराेधी

राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है की ये सरकार किसान विरोधी है। योगी सरकार ने सूबे में किसानो के बिजली के दाम 50 से 150 गुना बढ़ा दिए है ।आगामी साल के लिए गन्ने के दाम भी अभी प्रदेश सरकार नहीं घोषित कर पाई है । किसानो के नेता विनोद कुमार का कहना है कि कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ प्रदेश सरकार ने धोखा दिया है। गन्ने का मूल्य बढ़ाकर 500 रुपये दिया जाये और बिजली के जर्जर तारो को बदला जाये। 60 वर्ष से ऊपर के किसानों को प्रदेश सरकार द्वारा 5000 रुपया हर महीने पेंशन भी दी जाये।साथ ही प्रदेश सरकार बढ़ाये हुए बिजली बिल रुपये को वापस नहीं लेती है। तो हम सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे। जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।