
बिलासपुर . पूर्व में दिए गए निर्देशों का साल भर बाद भी पालन न होने पर तिफरा-परसदा हाईटेक बस स्टैंड का निरीक्षण करने पहुंचे नगरीय प्रशासन मंत्री बदहाली देखकर भड़क उठे। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि गैरेज बना रखा है क्या या खैरात बंट रही है? क्यों खटारा बसों को यहां से बाहर नहीं कराया गया, सफाई की व्यवस्था क्यों नहीं है? दुकानों के अवैध कब्जे खाली क्यों नहीं कराए गए? उन्होंने सीएसआईडीसी के एमडी से मोबाइल पर चर्चा कर प्रभारी को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। नेहरू चौक पर प्रस्तावित घड़ी चौक के निर्माण कार्य का भूमिपूजन करने के बाद नगरीय प्रशासन मंत्री तिफरा-परसदा हाईटेक बस स्टैंड पहुंचे। पूर्व सूचना के बाद यहां के प्रभारी और अफसर व्यवस्था नहीं बना सके। उनके पहुंचने के बाद भी झाडू लग रही थी और गंदगी पसरी हुई थी। मंत्री ने यहां के कारोबारियों और यात्रियों से चर्चा कर उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। गंदगी देखकर भड़के मंत्री ने बस स्टैंड के प्रभारी और अफसरों को जमकर फटकार लगाते हुए पूछा कि ये हाईटैक बस स्टैंड है या गैरेज? खटारा बसों को यहां क्यों खड़ा कराया गया है।
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भड़के मंत्री ने सीएसआईडीसी के एमडी को कॉल कराया और उनसे चर्चा कर बस स्टैंड के उपप्रबंधक एनके बर्डे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर एक घंटे के भीतर आदेश जारी करने निर्देश दिए। मंत्री सीधे प्रथम तल पर स्टैंड इंचार्ज के कार्यालय में पहुंचे और वहां बैठकर जानकारी मांगी कि बस चालकों से एंट्री शुल्क, दुकानों का किराया ओर हाल्टिंग चार्ज लिया जा रहा है या नहीं। प्रभारी अधिकारी ने बताने के बजाए दस्तावेज प्रस्तुत किए तो मंत्री ने कहा कि यह सब न दिखाएं, जो पूछा जा रहा उसका जवाब दें। इस पर प्रभारी अधिकारी ने बताया कि दुकानों पर अवैध कब्जा, हाल्टिंग जार्च और एंट्री शुल्क सभी का मामला कोर्ट में लंबित है, तब मंत्री ने उन्हें फाइल प्रस्तुत करने कहते हुए कहा कि यदि कोई वैधानिक दिक्कत न हो तो दुकानों से कब्जा हटवाकर शुल्क लिया जाए।
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मुख्यालय से आया आदेश : मंत्री के निर्देश पर सीएसआइडीसी के प्रबंध संचालक सुनील मिश्रा ने सीएसआईडीसी के उपप्रबंधक एवं हाईटेक बस स्टैंड के प्रभारी एनके बर्डे को निलंबत करने का आदेश जारी कर दिया है। जारी आदेश में कहा गया है कि पदीय कर्तव्यों के निर्वहन में घोर लापरवाही बरतने, परिसर में गंदगी और अवैध अतिक्रमण को हटाने में रुचि नहीं लेने के कारण सिविल आचरण नियम 1965 के नियम-3 का उल्लंघन करने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन की अवधि में उनका मुख्यालय शाखा कार्यालय औद्योगिक क्षेत्र तिफरा होगा।
मंत्री के जाते ही दिखाई सक्रियता : मंत्री के सामने न्यायालय में प्रकरण होने के कारण कार्रवाई में असमर्थता जाहिर करने वाले अफसर मंत्री के जाते ही सक्रिय हो गए। आनन-फानन में परिसर में साल दो साल से खड़ी खटरा बस के मालिकों और दुकान संचालकों को नोटिस जारी किया गया है। मंत्री के सामने न्यायालय में प्रकरण होने के कारण कार्रवाई में असमर्थता जाहिर करने वाले अफसर मंत्री के जाते ही सक्रिय हो गए। आनन-फानन में परिसर में साल दो साल से खड़ी खटरा बस के मालिकों और दुकान संचालकों को नोटिस जारी किया गया है।
बंद कराया द्वार : समर्थकों और मीडिया कर्मियों को देखकर ठिठके मंत्री अमर अग्रवाल ने इंचार्ज के कमरे का दरवाजा बंद कराया और फिर विभागीय अफसरों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने सीएसआईडीसी के डीजीएम आलोक त्रिवेदी को मिली शिकायत के आधार पर परिसर के ड्रेनेज सिस्टम, सड़क, पेयजल , सफाई व्यवस्था तथा टूटफूट की मरम्मत कराने व रंग रोगन कराने निर्देश दिया। उन्होंने की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी शुक्रवार की ही शाम सात बजे तक देने के निर्देश दिए।
Published on:
09 Dec 2017 12:28 pm
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