
CG News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में आरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि नशीली दवाओं और अवैध सामान की तस्करी रेलवे नेटवर्क के माध्यम से बढ़ती जा रही थी। विशेष रूप से ओडिशा से आने वाली ट्रेनों में तस्करी के मामले ज्यादा देखे जा रहे थे। गांजा के साथ ही सोने-चांदी और शराब की तस्करी भी बढ़चढ़ कर हो रही थी।
यही वजह है कि अब ट्रेनों में पैनी नजर रखी जा रही है। आरपीएफ ने ट्रेनों और स्टेशन परिसरों में अपनी जांच को तेज कर दिया है। जिससे तस्करी को रोका जा सके। यही वजह है कि इस बीच न सिर्फ तस्करों की गिरफ्तारी हुई, बल्कि अवैध सामान भी जब्त किए गए हैं। यह कार्रवाई आगे भी चलती रहेगी।
आरपीएफ ने ऑपरेशन नन्हे फरिस्ते के तहत 2023 में 275 और 2024 में 303 बिछड़े बच्चों को उनके परिवारों से मिलाया गया। सीपीआरओ डॉ. सुस्कर विपुल विलासराव ने बताया कि रेलवे स्टेशन, परिसर और ट्रेनों से बच्चों को रेस्क्यू कर, चाइल्ड हेल्प ग्रुप के माध्यम से मान्यता प्राप्त हेल्पलाइन को सौंपा जाता है। इस कार्य से रेलवे सुरक्षा बल बच्चों और उनके परिवारों की मुस्कान वापस ला रहा है।
रेलवे सुरक्षा बल ने ऑपरेशन उपलब्ध के तहत टिकट दलालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। 2024 में एक साल के भीतर 327 टिकट दलालों को गिरतार कर 99.60 लाख रुपए की अवैध टिकटें बरामद की गईं। 2025 में अब तक 26 दलाल गिरतार किए गए हैं। इन पर रेलवे अधिनियम की धारा 143 के तहत कार्यवाही की जा रही है, जिसमें 3 साल तक की सजा हो सकती है।
Updated on:
31 Jan 2025 04:17 pm
Published on:
31 Jan 2025 04:16 pm
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