
Cyber Fraud: साइबर जालसाजों ने जिला शिक्षा विभाग के प्यून के बैंक खाते से 2 लाख रुपए पार कर दिए। हैरानी की बात यह है कि बुजुर्ग की-पैड मोबाइल का इस्तेमाल करता है। इसके बावजूद जालसाजों ने उन्हें अपना शिकार बना लिया। पुलिस के साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि यूपीआई जनरेट कर खाते में ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर किए गए हैं। मामला सकरी थाना क्षेत्र का है।
पुलिस में शिकायत करते हुए लाखासार निवासी चैतराम यादव 60 वर्ष ने बताया कि वो शासकीय हाई स्कूल में चपरासी है। उनका बैंक खाता एसबीआई काठाकोनी शाखा में है। उस बैंक खाते में उनका मासिक वेतन जमा होता है। उनके बैंक खाते में 1 अगस्त 2024 को 2 लाख 76 हजार 366 रुपए जमा थे। इस बीच उन्होंने बैंक में कोई लेन-देन ही नहीं किया था।
25 सितंबर को वो अपने पासबुक में एंट्री कराने बैंक गया, तो पता चला कि खाते से 2 लाख रुपए निकाल लिया गया है। पूछताछ करने पर पता चला कि 15 अगस्त से 30 सितंबर के बीच अकाउंट से ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर किए गए हैं।
खाते से 2 लाख निकलने पर वो बैंक अफसरों को बताया कि उसके पास की-पेड मोबाइल है। (Cyber Fraud) इसके बाद भी ऑनलाइन माध्यम से पैसे कैसे ट्रांसफर हो गया। उनकी बातों को सुनकर बैंक के अफसरों ने उन्हें पुलिस से शिकायत करने की बात कही।
जिसके बाद उन्होंने 7 अक्टूबर को सकरी थाना पहुंच पुलिस को मामले से अवगत कराते हुए एफआई आर दर्ज कराई। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बी एन एस) 2023 की धारा 318(4) के तहत अपराध पंजीबध कर जांच में जुट गई है।
Cyber Fraud: साइबर एक्सपर्ट ASI हेमंत आदित्य का कहना है कि, अगर कोई भी बैंक के उपभोक्ता एटीएम का उपयोग करते हैं और की-पेड मोबाइल यूज कर रहे हैं, तब भी साइबर फ्रॉड उनके अकाउंट पर UPI जनरेट कर सकते हैं। OTP पिन हासिल कर ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर सकता है। बुजुर्ग प्यून के मामले में भी ऐसे ही हुआ होगा।
इस तरह के साइबर फ्रॉड से बचने के लिए बैंक के उपभोक्ताओं को सावधानी बरतने की जरूरत है। किसी भी तरह से फोन कॉल आने पर बैंक संबंधी गोपनीय जानकारी शेयर न करें। साथ ही किसी को OTP भी न बताएं। भले ही आप की- पेड मोबाइल यूज कर रहे हैं। आमतौर पर लोगों में ये धारणा बन गई है कि वो की-पेड मोबाइल यूज करने पर OTP कोड बताने के बाद भी कुछ नहीं होगा। लेकिन, ऐसा नहीं है।
Published on:
09 Oct 2024 12:35 pm
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