किसान संघ के जिला अध्यक्ष धीरेंद्र दुबे ने कहा कि किसानों को खरीफ फसल की तैयारी करनी है। लगभग शत प्रतिशत किसान समितियों के माध्यम से खाद एवं नकद ऋण उठाते है।
लॉकडाउन में सभी शासकीय एवं अर्धशासकीय कार्यालय बंद होने के कारण किसानों को खरीफ की तैयारी हेतु दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसान धान खरीदी के समय ही अपना ऋण समायोजित करा लेते है और अप्रेल- मई माह में पुन: ऋण लेते है।
इसके साथ ही वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए शासन, प्रशासन ने विवशता में लॉकडाउन लगाया है । प्रदेश के मुखिया
भूपेंश बघेल ने भी कहा है वे स्वयं
लॉकडाउन के विरोध में है। भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र दुबे ने कहा है की सरकार की ही सारी जिम्मेदारी नहीं बनती है । जो किसान लॉकडाउन लगने से नहीं पटा पाए है उनके लिए सरकार समय सीमा बढ़ाकर 30 जून करनी चाहिए।