CEIR Portal: ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को उस दौरान सकते में आ जाते है जब उसका मोबाइल चोरी या गुम हो जाता है। ट्रेनों में मोबाइल चोरी व गुम होने की घटना को देखते हुए आरपीएफ जल्द ही सीईआईआर पोर्टल के साथ ओएमयू साइन करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
अधिकारियों की माने तो पोर्टल से मोबाइल ब्लाक होगा व पोर्टल की सहायता से मोबाइल को खोजा भी जा सकता है। ट्रेन में सफर के दौरान जब यात्री का मोबाइल गुम या चोरी होना आम बात हो चुकी है। जीआरपी के पोर्टल में मोबाइल चोरी की शिकायत सर्वाधिक होती है। पीडि़त अपराध दर्ज कराने के बाद मोबाइल फोन मिलने की उम्मीद लगभग छोड़ ही देता हैं, क्योंकि अधिकांश लोगो का मोबाइल उन्हें मिल ही नहीं पता है।
रेलवे अब अपने यात्रियों की मोबाइल को सुरक्षित करने के लिए सेंट्रल इक्विपमेंट आईडेंटिटी रजिस्टर पोर्टल के साथ ओएमयू करने की योजना बनाई है। रेलवे अपने यात्रियों की मोबाइल चोरी होने की स्थिति में उनका डेटा मिस यूज न हो और मोबाइल का पता लगा कर यात्रियों को लौटाया जा सके इसके एक कदम आगे बढ़ा रहा हैं। रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों ने बताया कि सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर पोर्टल की खूबी यह है कि यह शिकायत का डेटा अपलोड होने पर मोबाइल को ब्लाक करने के साथ ही उसकी लोकेशन भी ट्रैक करने में कारगार है।
ट्रेनों में मोबाइल चोरी या गुम हुए मोबाइल की तलाश के लिए जल्द ही सीईआईआर के साथ एमओयू साइन होनें वाला है। वर्तमान में यह हरियाणा में चल रहा है। काफी अच्छे रिजल्ट देखते हुए रेलवे आरपीएफ भी इस पोर्टल का इस्तेमाल करने की योजना पर काम कर रही है।
उपरोक्त चार्ट जनवरी 2024 से जून 2024 तक छत्तीसगढ़ में ट्रेनों में चोरी के मामलों की संख्या दर्शाता है। डेटा इन महीनों में चोरी के मामलों में लगातार वृद्धि दर्शाता है।
उपरोक्त चार्ट जनवरी 2024 से जून 2024 तक छत्तीसगढ़ में ट्रेनों में चोरी के मामलों की संख्या दर्शाता है। डेटा इन महीनों में चोरी के मामलों में लगातार वृद्धि दर्शाता है।
Updated on:
03 Jul 2024 10:45 am
Published on:
03 Jul 2024 09:41 am