इस कहानी में पीड़ित इनाम में कार जीतने के लालच में इतना उतावला हो गया कि अनजान के कहने पर बिना किसी को बताए ऐप को डाउनलोड कर उसमें सारी जानकारी साझा की और 1700 रुपए ऑनलाइन भेज दिए। देखते ही देखते उसके खाते से डेढ़ लाख रुपए कट गए। जब मैसेज आया तो समझ में आया कि
ठगी हो गई। तत्काल बैंक में सूचित कर अकाउंट क्लोज कराया, तब जाकर खाते में राशि बची। मामले में पुलिस जांच कर रही है।
पीड़ित की पूरी कहानी उसी की जुबानी… अनजान कॉल पर विश्वास करना पड़ा भारी
दो महीने पहले सुबह मैं घर पर चाय पी रहा था। तभी मेरे मोबाइल पर एक अज्ञात व्यक्ति का कॉल आया। उसने बताया कि वो टेलीकॉम कंपनी का अधिकारी है। कंपनी ने लकी ड्रा निकाला है। आप बेहद भाग्यशाली हैं। आपको बंपर इनाम स्वरूप कार मिली है। मैने पूछा कि मैंने तो लॉटरी टिकट ली ही नहीं थी। उसने बताया कि आप एयरटेल के ग्राहक हैं। कंपनी के प्रचार-प्रसार के लिए देश भर के ग्राहकों को लेकर लकी ड्रा निकाला गया है, उसी में आप का नाम कार विजेता के रूप में आया है। मैने उससे कहा-तो फिर मेरे पते पर कार भिजवा दीजिए। इस पर कॉलर ने कहा कि आपके घर तक कार पहुंचने में कुछ औपचारिक प्रक्रियाएं पूरी करनी होंगी। इसके लिए आप को एयरटेल का एप डाउनलोड करना होगा। उसमें पूछी गई जानकारी भरनी होगी और फिर 1700 रुपए कंपनी के खाते में ऑनलाइन भेजना होगा। मैंने पूछा कि और पैसे तो नहीं लगेंगे। इस पर उसने कहा, इसके बाद एक रुपए भी नहीं लगेगा। आप निश्चिंत रहें। मैंने कॉलर से कहा कि 5 मिनट सोचने का समय दे, फिर बताता हूं। इस पर कॉलर ने कहा, ठीक है, मैं पांच मिनट के बाद फिर से आप को कॉल करता हूं।
मैं कश्मकश में था कि क्या करूं, क्या न करूं…। लग रहा था कि सचमुच मैं भाग्यशाली हूं? दूसरी ओर लग रहा था कि आजकल ठगी की घटनाएं बहुत हो रही हैं, फंसना ठीक नहीं है। पर लग रहा था कि टेलीकॉम कंपनी में ड्रा निकला है, गलत नहीं हो सकता। इसी उधेड़बुन में एक बारगी मैने इस ऑफर को टालना चाहा। इधर यह सब माजरा मेरी पत्नी देख व सुन रही थी।
मेरे मन में चल रहे अंतद्वंद्व को वह भांप गई और बोली घर में आ रही लक्ष्मी को आने दीजिए। 1700 रुपए ही तो देने हैं, भेज दीजिए। इतने में फिर उसी अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉलर ने पूछा क्या डिसाइड किए, जल्दी बताएं, आप के पास सिर्फ दो मिनट हैं। वरना यह इनाम दूसरे ग्राहक को दे दिया जाएगा। अगर आप सहमत है तो एक ऐप का लिंक भेज रहा हूं। एक-दो दिन के अंदर चमचमाती कार आप के द्वार पर खड़ी होगी। इस पर मैं और मेरी पत्नी दोनों हड़बड़ा गए। मैंने हां कह दिया और फिर एप डाउनलोड कर उसमें नाम, पता और बैंक अकाउंट की जानकारी फिलअप कर सेंड कर दिया।
साथ ही दिए गए खाता नंबर पर 1700 रुपए सेंड कर दिए। कुछ देर बाद मोबाइल पर नजर पड़ी तो देखा कि मेरे खाते से डेढ़ लाख रुपए तीन किस्तों में कट गए हैं। समझते देर नहीं लगी कि मेरे साथ ठगी हो गई है। चूंकि मैं
बैंक कर्मचारी था और उसी बैंक में मेरा खाता था। मैंने तत्काल संबंधित ट्रांजेक्शन को क्लोज कर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
@टॉपिक एक्सपर्ट: अपराधोंके विरुद्ध
यह लॉटरी स्कैम का मामला है। आमतौर पर ऐसे मामलों में ठग किसी भी कंपनी का फर्जी एप तैयार कर रखे होते हैं। उसी का लिंक भेज सारी जानकारी साझा पता कर लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं। ऐसे मामलों से इस तरह रहें सतर्क… - अनजान नंबर से आए वीडियो कॉल या कॉल को या तो उठाएं ही न या फिर पूरी तरह परख कर रिसीव करें।
- यदि ऐसे कॉल पर बात होती भी है तो उसके दिए किसी लिंक को डाउनलोड न करें
- ऐसे मामलों में अपराधी एक से अधिक खातों में रकम डालने का झांसा देता है। ऐसा कतई न करें।
- आनलाइन खरीदारी की स्थिति में भी जब तक घर में सामान न पहुंच जाए, आनलाइन रुपए किसी के बोलने पर भी सेंड न करें।
- ऐसे मामलों में यदि पीड़ित, अपराधियों के चंगुल में फंस कर रुपए दे चुका होता है या ठगी का शिकार हो चुका होता है तो वो पुलिस हेल्प लाइन नंबर 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकता है।
- यदि ठगी का शिकार न हुए हों और बार-बार ऐसे कॉल कर कोई परेशान कर रहा हो तो उसकी शिकायत ‘चक्षु ऐप’ पर जाकर दर्ज करा सकते हैं।