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RTE घोटाला… स्कूल का पंजीयन एक जगह, संचालन दूसरी जगह, सीटों की संख्या में गड़बड़ी

RTE Admission Scam 2025: बिलासपुर जिले के बिल्हा शिक्षा विभाग में गड़बड़ी और मिलीभगत का खेल जारी है। बिल्हा में एक स्कूल ऐसा है, जिसका पंजीयन धौराभाठा में हैं, जबकि संचालित हो रहा है करीब दो किमी दूर।

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RTE घोटाला... स्कूल का पंजीयन एक जगह(photo-patrika)

RTE घोटाला... स्कूल का पंजीयन एक जगह(photo-patrika)

RTE Admission Scam: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के बिल्हा शिक्षा विभाग में गड़बड़ी और मिलीभगत का खेल जारी है। बिल्हा में एक स्कूल ऐसा है, जिसका पंजीयन धौराभाठा में हैं, जबकि संचालित हो रहा है करीब दो किमी दूर। इतना ही नहीं, यहां कुल एडमिशन 168 है, लेकिन वेबसाइट में आरटीई से दाखिले की सीट 74 हैं। इन्हीं सब गड़बड़ियों को लेकर अभिभावकों सहित आसपास के रहवासियों ने डीईओ से शिकायत की है।

शिकायत के मुताबिक जीनियस कॉन्वेंट का स्कूल का पंजीयन धौराभाठा का है, लेकिन यह स्कूल भवन दो साल से हिर्री पंचायत के बिल्हा मोड़ पर संचालित किया जा रहा है। नर्सरी से 12वीं तक संचालित यह स्कूल करीब 6 कमरे में लग रहा है। ऐसे में 12 कक्षाएं कैसे लगाई जा रही होंगी, इसका अंदाजा लगाया सकता है। जिला शिक्षा अधिकारी विजय तांडे ने कहा की यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। आप से मुझे जानकारी मिल रही। जांच करवाता हूं। गलत हुआ है तो कार्रवाई होगी।

RTE Admission Scam: कहते हैं जिम्मेदार…

शिकायत में कहा गया है कि यू डाइस के मुताबिक इस स्कूल में छात्रों की संया 60 है, लेकिन आरटीई से 74 सीट में दाखिला शो हो रहा है। इसके अलावा शिक्षा के अधिकार के तहत एडमिशन लेने पर दो हजार शुल्क लेने का आरोप लगाया गया है। खरकेना के पालकों ने बताया कि उनके यहां से 17 छात्र स्कूल में पढ़ने जाते है।

यहां शिक्षा के अधिकार के तहत एडमिशन फीस के रुप में 2050 रुपए शुल्क लिया गया है। रसीद मांगने पर नहीं दी जाती है। इसी तरह वाहन शुल्क के नाम पर भी 600 रुपए प्रति छात्र लिया जा रहा है। मामले में बिल्हा बीईओ सुनीता ध्रुव से मोबाइल पर लगातार कॉल कर प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।

संकुल समन्वयक एवं स्कूल संचालक के पति गजानंद जोशी ने कहा की स्कूल में 168 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। आरटीई में 74 सीटों पर दाखिला हो ही नहीं सकता। गलती से साइट पर दर्ज हो गया होगा। क्योंकि इतनी सीट अगर हम देंगे तो टीचर को तनवाह कहां से देंगे। सभी आरोप निराधार हैं।

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