इंक्यूबेशन सेंटर के ज़रिए डॉ.पुरुषोत्तम सिंह चौहान और अभय कुमार ने मिलकर एक ऐसा कप तैयार किया है जिसका उपयोग करने से संक्रमण का ख़तरा ना के बराबर रह जाता है। इंक्यूबेशन सेंटर के सीईओ परितोष गोयल ने बताया की स्पिट कप एक ईकोफ्रेंडली ग्लास है जो मात्र 10 सेकेंड के अंदर व्यक्ति के मूंह के ड्रॉपलेट्स को सेमी सॉलिड बायोडिग्रेड्डेबल वेस्ट में परिवर्तित कर देता है, जिससे ड्रॉपलेट्स के ज़रिए निकला वायरस मर जाता है।
यह भी पढ़ें
सूरजपुर जिले में अब 5 मई तक बढ़ा लॉकडाउन, कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लिया गया फैसला
वर्तमान हालात में ऐसे इनोवेशन की अदद जरूरी है, ऐसा इसलिए भी कि कोरोना वायरस ड्रॉपलेट्स के माध्यम से भी एक से दूसरे में फैलता है। ऐसे में इस ग्लास का उपयोग करने से हम वायरस को फैलने से रोक सकते हैं। इस कप को आर्डर करने के लिए 89621 66103 इस नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।
कोरोना संक्रमित क्षेत्र से लेकर सामान्य तौर पर भी कारगार
घर में रह रहें कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति मूंह से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ से वायरस किसी दूसरे व्यक्ति के में फैल सकता है, इसके अलावा हॉस्पिटल में भी मरीज़ के मूंह से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ के लिए किडनी ट्रेय का उपयोग किया जाता है जिसे मेडिकल स्टॉफ द्वारा साफ़ किया जाता है, इससे संक्रमण फैलने का ख़तरा बना ही रहता है। ऐसे में इस ग्लास के उपयोग से संक्रमण से बचा जा सकता है। साथ ही सामान्य तौर पर भी रोड या भीड़-भाड़ वाले जगह मे लोग यहाँ वहाँ थूकतें है,होटल रेस्टोरेंट में भी कप-ग्लास का उपयोग किया जाता है,जिससे संक्रमण का ख़तरा ती रहता ही है,इस कप के ज़रिए वायरस को फैलने से रोका जा सकता है।
घर में रह रहें कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति मूंह से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ से वायरस किसी दूसरे व्यक्ति के में फैल सकता है, इसके अलावा हॉस्पिटल में भी मरीज़ के मूंह से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ के लिए किडनी ट्रेय का उपयोग किया जाता है जिसे मेडिकल स्टॉफ द्वारा साफ़ किया जाता है, इससे संक्रमण फैलने का ख़तरा बना ही रहता है। ऐसे में इस ग्लास के उपयोग से संक्रमण से बचा जा सकता है। साथ ही सामान्य तौर पर भी रोड या भीड़-भाड़ वाले जगह मे लोग यहाँ वहाँ थूकतें है,होटल रेस्टोरेंट में भी कप-ग्लास का उपयोग किया जाता है,जिससे संक्रमण का ख़तरा ती रहता ही है,इस कप के ज़रिए वायरस को फैलने से रोका जा सकता है।
यह भी पढ़ें
नहीं थम रहा कोरोना कहर: रायपुर समेत इन दो जिलों में इस तारीख तक फिर बढ़ा लॉकडाउन
जिनी एप के ज़रिए लोगों के घर तक पहुंच रहा सामानइंक्यूबेशन सेंटर में उद्यमिता के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ाने का काम किया जा रहा है,जिसके तहत लॉकडाउन में जब सभी दुकानें बंद है ऐसे में लोगों को राहत देने के लिए जिनी एप के ज़रिए राशन,दवाई और डेयरी उत्पाद जैसे सामानों को लोगों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है।
इंक्यूबेशन सेंटर से जुड़कर नया स्टार्टअप करने वाले इस होम डिलीवरी सर्विस को कमिश्नर त्रिपाठी के निर्देश पर लॉकडाउन में लोगों के आर्डर पर घरों तक सामान पहुंचाने की अनुमति दी गई ताकि शहरवासियों को ज़रूरी सामान मिल सकें। जिनी एप के ज़रिए पांच दिनों में अब तक 350 घरों में सामानों की डिलीवरी की गई है। इस एप को गूगल प्ले के ज़रिए डाउनलोड किया जा सकता है।