Published: Dec 29, 2020 05:13:11 pm
पवन राणा
-दिनेश ठाकुर
ईश्वर बिदरी ( Ishwar Bidri ) नहीं रहे। बेलगाम (कर्नाटक) में रविवार को दिल का दौरा पडऩे से उनकी जिंदगी का सफर थम गया। भारतीय सिनेमा ने एक लाजवाब सिनेमाटोग्राफर खो दिया, जो आज के दौर को गुरुदत्त ( Gurudutt ) के दौर से जोड़ता था। गुरुदत्त की क्लासिक 'साहिब बीवी और गुलाम' में ईश्वर बिदरी दिग्गज सिनेमाटोग्राफर वी.के. मूर्ति के सहायक थे। इस लिहाज से उन्हें गुरुदत्त के स्कूल का कुशल तकनीशियन माना जाता था। इसे विडम्बना ही कहा जाएगा कि फिल्मों में सूझ-बूझ से दृश्यों की संरचना करने वाले सिनेमाटोग्राफर पर्दे के पीछे के दूसरे तकनीशियनों की तरह गुमनाम बने रहते हैं। अगर निर्देशक को फिल्म का कप्तान कहा जाता है, तो उसकी कल्पनाओं को पर्दे पर उतारने वाले सिनेमाटोग्राफर को भी सुर्खियां मिलनी चाहिए, जिसके वे हकदार हैं।