22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दरोगा ने महिला से मांग ली ऐसी चीज, जब अपने ही थाने में दर्ज हुई एफआईआर तो हुआ फरार, देखें वीडियो-

गुलावठी थाने में एसएसपी ने दरोगा समेत दो लोगों पर दर्ज की एफआईआर

2 min read
Google source verification
bulandshahr

दरोगा ने महिला से मांग ली ऐसी चीज, जब अपने ही थाने में दर्ज हुई एफआईआर तो हुआ फरार

बुलंदशहर. नोएडा आैर हापुड़ के बाद यूपी के बुलंदशहर में खाकी एक बार फिर दागदार हुई है। गुलावठी थाने में एसएसपी ने घूसखोर दरोगा समेत दो लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है। दरअसल, दरोगा पर रिपोर्ट दर्ज कराने के नाम पर एक पीड़िता से डेढ़ लाख रूपए की रिश्वत लेने का आरोप है। इतना ही नहीं दरोगा पर आरोप है कि उसने रिश्वत वसूली के लिए पीड़िता के पोतों को गैंगस्टर एक्ट में कार्यवाही करने का भय भी दिखाया था। फिलहाल भ्रष्टाचार के आरोप में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपी दरोगा फरार हो गया है।

यह भी पढ़ें- जिस विषय पर बात करने में भी शर्माती हैं लड़कियां, उस पर बनी फिल्म से आॅस्कर में धूम मचाएगी किसान की ये बेटी

दरअसल, यूपी पुलिस के दरोगा तफसील अहमद पर आरोप है कि उसने दो पक्षों में मारपीट के मामले में एक पक्ष की रिपोर्ट दर्ज कराने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत ली है। तफ़सील अहमद बुलंदशहर जिले की गुलावठी कोतवाली में तैनात है। बताया जा रहा है कि गुलावठी के गांव हरचना निवासी माया देवी ने ट्यूबवेल का कनेक्शन लगवाया था, जिसके लिए खंभे लगाए जाने के दौरान पड़ोसी से विवाद हो गया और मारपीट में माया देवी के परिजन घायल हो गए। आरोप है कि पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कराने के नाम पर लाला नाम के दलाल के माध्यम से 4 लाख रुपये की मांग की। यही नहीं रिश्वत वसूलने के लिए दरोगा ने माया देवी के पोतों को थाने में बिठा लिया। दबाव के चलते डेढ़ लाख रुपए रिश्वत तय हुई और रिपोर्ट दर्ज कराने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए रिश्वत भी ले ली। रिश्वत देने के बाद भी जब रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई तो माया देवी ने दरोगा तफ़सील अहमद व लाला के खिलाफ कोतवाली में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत रिपोर्ट रिपोर्ट कर दी। तभी से आरोपी दरोगा फरार बताया जा रहा है। पुलिस की मानें तो भ्रष्टाचार के आरोप में दरोगा तफ़सील अहमद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है और मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें- गैंगरेप के बाद समुदाय विशेष की पंचायत ने सुनाया एेसा फरमान, पुलिस विभाग में मची खलबली

वहीं पीड़ित नितिन यादव ने बताया कि हमारा पड़ोसी से विवाद हो गया था। बिजली के कनेक्शन को लेकर विवाद के बाद दरोगा ने एफआर्इआर के नाम पर हमसे पैसे ले लिए, लेकिन हमारा काम नहीं किया। उल्टे हमको ही अवैध रूप से हिरासत में रखा। इस मामले में एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है। फिलहाल इस मामले की विवेचना की जा रही है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें- इस बाहुबली पूर्व सांसद को सुप्रीम कोर्ट ने दिया तगड़ा झटका, लोकसभा चुनाव से पहले नहीं आ पाएगा जेल से बाहर