
बुलंदशहर. कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के किसान सड़कों पर हैं, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। सर्दी के मौसम में किसानों पर पानी की बौछार और लाठीचार्ज तक की जा रही है। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ के एक मंत्री ने भाकियू कार्यकर्ताओं और किसानों को गुंडा कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। मंत्री जी के इस बयान भाकियू के एनसीआर अध्यक्ष मांगेराम त्यागी का कहना है कि अगर सड़कों पर जाम लगाने वाले किसान गुंडे हैं तो मंत्री जी उनके विरूद्ध केस दर्ज क्यों नहीं कराते हैं?
उल्लेखनीय है कि भारतीय किसान यूनियन के किसान कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को प्रदेशभर के बड़े-बड़े राजमार्गों को जाम कर दिया था। वहीं, बुलंदशहर में भी किसानों ने दिल्ली- कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया था। किसानों द्वारा सड़क पर बैठकर हाईवे जाम करने को लेकर जब उत्तर प्रदेश के वन पर्यावरण राज्यमंत्री अनिल शर्मा से सवाल किया गया तो उन्होंने विवादित बयान दे दिया। राज्यमंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि यह प्रदर्शन आम किसानों ने नहीं किया है। ये सिर्फ कुछ गुंडे हैं, जो प्रदर्शन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार किसानों के हित में कार्य कर रही है।
दरअसल, यह बयान राज्यमंत्री अनिल शर्मा ने अपने विधानसभा क्षेत्र शिकारपुर में भ्रमण के दौरान दिया है। अनिल शर्मा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं के साथ दौरे पर थे। इसी बीच पत्रकारों के सवालों का जवाब देते समय उन्होंने इस तरह की प्रतिक्रिया दी है। बता दें कि राज्यमंत्री अनिल शर्मा खुद भी एक किसान हैं। उनकी आय का एक बड़ा हिस्सा कृषि से ही प्राप्त होता है।
Published on:
28 Nov 2020 12:09 pm
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