साध्वी प्रज्ञा ठाकुर शुक्रवार को बुरहानपुर में रोड शो करने के लिए आई हुई हैं। वे इससे पहले एक निजी होटल में रुकी हुई हैं। इस दौरान साध्वी की तबीयत अचानक बिगड़ने की खबर है। उन्हें देखने खंडवा-बुरहानपुर लोकसभा प्रत्याशी नंद कुमार सिंह चौहान एवं ज्ञानेश्वर पाटिल होटल पहुंच गए हैं। सूत्रों का कहना है कि बुरहानपुर संवेदनशील होने के कारण साध्वी को रोड शो करने की इजाजत नहीं मिली है। जबकि भाजपा संगठन से जुड़े लोगों का कहना है कि उनका ब्लड प्रेशर लो होने के कारण रोड शो स्थगित कर दिया गया है। वे होटल में आराम कर रही हैं। इसके बाद शहर में रोड शो किया जा रहा है, लेकिन साध्वी उसमें शामिल नहीं हो पाईं।
विवादित बयान के बाद मांगी थी माफी
भोपाल से भाजपा प्रत्याशी बनाई गई साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर गुरुवार को अपने एक बयान पर फंसती नजर आ रही हैं। उन्होंने फिल्म अभिनेता कमल हासन के गोडसे को पहला हिन्दू आतंकवादी बताने वाले बयान पर प्रतिक्रिया देकर मुद्दा एक बार फिर गर्मा दिया। भाजपा ने तुरंत प्रेस कांफ्रेंस कर प्रज्ञा को बयानबाजी पर नसीहत दी और तुरंत ही सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है। इसके बाद साध्वी ने माफी मांग ली।
क्या कहा था प्रज्ञा ने
उज्जैन के पास आगर में गुरुवार को प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने दिए बयान में कहा कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त ही रहेंगे। गोडसे को आतंकवादी कहने वाले लोगों को अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। ऐसे लोगों को जनता मुंहतोड़ जवाब देगी।
क्या कहा था कमल हासन ने
दरअसल कमल हासन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे को पहला हिन्दू आतंकवादी करार दिया था। हासन के बयान को लेकर भी काफी बवाल हुआ था। अब साध्वी के विवादित बयान ने एक बार फिर से विपक्ष को हमला करने का मौका दे दिया है। इससे पहले भी कई बार भाजपा पर गोडसे को लेकर आरोप लगा चुका है। गौरतलब है कि महात्मा गांधी की हत्या करने के बाद गोडसे को फांसी की सजा दे दी गई थी।
साध्वी के ताजा बयान के बाद भाजपा ने बयान की कड़ी निंदा की है। भाजपा के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि साध्वी के बयान से भाजपा सहमत नहीं है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। इस मामले में पार्टी साध्वी से स्पष्टीकरण मांगेगी। उनको अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने चाहिए।
दिग्विजय से लड़ रही हैं चुनाव
भाजपा की प्रत्याशी बनाई गई साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। हाल ही में 12 मई को भोपाल लोकसभा सीट पर मतदान हो चुका है। इस सीट से तीस प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। साध्वी और दिग्विजय सिंह दोनों ही बयानबाजी से सुर्खियों रहते हैं, इसलिए भी यह सीट देश की सबसे हॉट सीट बन गई है। हालांकि 23 मई को होने वाली मतगणना में पता चलेगा कि दोनों में से भोपाल का सांसद कौन बनेगा।
-साध्वी बयान देने में कभी पीछे नहीं रहती। वे कई बार विवादित बयान दे चुकी हैं। इससे पहले मुंबई पर हुए हमले में शहीद होने वाले हेमंत करकरे को लेकर भी वे विवादित टिप्पणी कर चुकी हैं।उन्होंने कहा था कि हेमंत करकरे ने मुझे गलत तरीके से फंसाया था। मैंने उनको बता दिया था कि तुम्हारा पूरा वंश खत्म हो जाएगा, वे अपने कर्मों की वजह से मुंबई हमले के दौरान मर गए। करकरे मुंबई एसटीएस के चीफ थे और मुंबई में हुए हमले के दौरान उनकी मौत हो गई थी। इसके साथ ही भाजपा ने हेमंत करकरे पर साध्वी प्रज्ञा की ओर से दिए गए बयान से खुद को अलग कर लिया था। भाजपा ने अपने बयान में कहा था कि ‘बीजेपी का स्पष्ट मानना है कि हेमंत करकरे आतंकवादियों से बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। बीजेपी ने उनको हमेशा शहीद माना है। जहां तक साध्वी प्रज्ञा के बयान का विषय है, तो वह उनकी निजी राय है। उन्होंने यह बयान वर्षों तक हुई शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना के कारण दिया गया होगा।