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Gold-Silver: सोने की कीमतों में भारी गिरावट, चांदी बन रही है निवेशकों की पसंद

सोने की गिरती कीमतों के बीच चांदी की चमक बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। सोना अपने उच्चतम स्तर 99,358 रुपये प्रति 10 ग्राम से 8,400 रुपये से अधिक नीचे आ गया है।

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भारत

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Devika Chatraj

May 16, 2025

Gold-Silver Demand: पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में लगातार गिरावट का दौर जारी है। वैश्विक स्तर पर कई बड़े बदलावों, जैसे अमेरिका-चीन के बीच टैरिफ (Tariff) को लेकर हुए समझौते, रूस-यूक्रेन के बीच संघर्ष खत्म होने की संभावनाएं, भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर, और अमेरिकी डॉलर की मजबूती ने सोने की चमक को फीका कर दिया है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना अपने उच्चतम स्तर 99,358 रुपये प्रति 10 ग्राम से 8,400 रुपये से अधिक नीचे आ चुका है। वहीं, स्थानीय सर्राफा बाजारों में केवल एक सप्ताह में सोने की कीमतों में 6,200 रुपये से ज्यादा की कमी दर्ज की गई है।

सोने की चमक क्यों पड़ रही फीकी?

विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में सकारात्मक बदलावों के कारण निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर से हट रहा है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता की प्रगति ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है, जिससे वे जोखिम भरे लेकिन अधिक रिटर्न देने वाले विकल्पों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इसके अलावा, शेयर बाजारों में हालिया तेजी ने भी सोने की मांग को प्रभावित किया है। निवेशक और व्यापारी अपनी लंबी पोजीशन को कम कर रहे हैं और मुनाफावसूली में जुटे हैं। अमेरिकी डॉलर की मजबूती ने भी सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ाया है, क्योंकि सोने का मूल्यांकन आमतौर पर डॉलर में होता है।

चांदी के लिए सुनहरा मौका

सोने की गिरती कीमतों के बीच चांदी की चमक बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, भारत और ब्रिटेन के बीच हाल ही में हुई ट्रेड डील, अमेरिका-चीन का व्यापारिक समझौता, और रूस-यूक्रेन व भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम होने की संभावनाओं ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के डर को कम किया है। इससे औद्योगिक और कारोबारी गतिविधियों में तेजी आने की उम्मीद है, जिसका सीधा असर चांदी की मांग पर पड़ेगा।

विश्लेषकों ने बताया रुझान

चांदी का उपयोग उद्योगों, खासकर सौर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स, और ग्रीन एनर्जी से जुड़े उत्पादों में बड़े पैमाने पर होता है। जैसे-जैसे दुनिया स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ रही है, चांदी की मांग में और इजाफा होने की संभावना है। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले महीनों में चांदी की कीमतों में उछाल देखने को मिल सकता है, जिससे यह निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बन सकती है।

निवेशकों के लिए क्या है रणनीति?

वर्तमान में सोने की कीमतों में गिरावट और चांदी की संभावित तेजी को देखते हुए निवेशकों को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने की सलाह दी जा रही है। जहां सोने में लंबी अवधि के निवेशक अभी इंतजार कर सकते हैं, वहीं चांदी में निवेश के अवसर तलाशे जा सकते हैं। विशेषज्ञ सुझाव दे रहे हैं कि निवेशक अपने पोर्टफोलियो को विविधता प्रदान करें और वैश्विक आर्थिक रुझानों पर नजर रखें।

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