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एक्सीडेंट पर लगेगी लगाम, JLR की इस टेक्नोलॉजी से ड्राइविंग के वक्त नहीं हटेगा ध्यान

रोड एक्सीडेंट्स पर लगेगी लगाम JLR ने डेवलप की रिवॉल्यूशनरी टेक्नोलॉजी ग्लासगो यनीवर्सिटी के साथ मिलकर बनाया SENSORY STEERING WHEEL

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एक्सीडेंट पर लगेगी लगाम, JLR की इस टेक्नोलॉजी से ड्राइविंग के वक्त नहीं हटेगा ध्यान

नई दिल्ली:टाटा मोटर्स की ओनरशिप वाली जगुआर लैंड रोवर ने ऐसी टेक्नोलॉजी को डेवलप किया है जिससे ड्राइविंग के वक्त ड्राइवर्स का ध्यान नहीं हटेगा। यानि रोड एक्सीडेंट्स पर लगाम लगेगी। कंपनी ने इस टेक्नोलॉजी को सेंसरी स्टीयरिंग व्हील नाम दिया है और इसे ग्लासगो यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर विकसित किया गया है।

जेएलआर ( JLR ) के इलेक्ट्रिकल रिसर्च सीनियर मैनेजर एलेक्जेंड्रस मौजाकिटीस के मुताबिक, सेफ्टी कंपनी की पहली प्राथमिकता है । इसके अलावा कंपनी अपना गाड़ियों को नई टेक्नोलॉजी के माध्यम से बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके साथ-साथ कंपनी सेल्फ ड्राइव फ्यूचर के लिए बिजनेस भी तैयार कर रही है । सेंसरी स्टीयिरिंग व्हील इसी विजन के तहत डेवलप किया गया है।

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फोकस हटने की वजह से होते हैं एक्सीडेंट-

आपको बता दें कि ड्राइविंग के वक्त ध्यान हटने की वजह से बड़ी संख्या में एक्सीडेंट होते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक सिर्फ अमेरिका में 10 फीसदी एक्सीडेंट का कारण ड्राइविंग के वक्त फोकस हटना होता है। लेकिन JLR की इस टेक्नोलॉजी में गाड़ी की स्टीयरिंग व्हील के पार्ट्स ड्राइवर को विभिन्न तरह के थर्मल इनपुट देते हैं ताकि उन्हें सड़क की स्थिति के बारे में सूचित किया जा सके ।

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स्टीयरिंग व्हील के पार्ट तुरंत ठंडे और गर्म होकर ड्राइवर को टर्न बाई टर्न नेविगेशन लेन चेंज या जंक्शन पास होने को लेकर ड्राइवर को इंफार्म करेंगे । आगे चलकर इस टेक्नोलॉजी को गियर शिफ्ट पैडल में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

नार्मल सिचुएशन में भी होगा इस्तेमाल-

jlr के टेंपरेचर बेस्ड इंस्ट्रक्शन को हर हालात में ड्राइवर्स को भेजा जाएगा यानि हालात कंट्रोल से बाहर या इमरजेंसी सिचुएशन के अलावा नॉन-अर्जेंट नोटिफिकेशंस भेजने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। थर्मल इंस्ट्रक्शन को वाइब्रेशन या ऑडियो फीडबैक की जगह ऐसी स्थिति में भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जहां ये दोनों या तो ज्यादा अटेंशन ले लेते हैं या बहुत ज्यादा व्यवधान पैदा करते हैं।

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