ज्यादा सुरक्षित हुई Maruti की ये कार, 22 किमी का माइलेज और कीमत 3.55 लाख रूपए
यूज्ड कार मार्केट की बड़ी कंपनी ओएलएक्स, कार देखो, महिंद्रा फर्स्ट चॉइस व्हील्स और ड्रूम जैसी यूज्ड कार बेचने वाली कंपनियों का कहना है कि पुरानी कारों में फाइनेंसिंग की भी कोई ज्यादा झंझट नहीं होती है। दरअसल नई कारों को कंपनियां हाई प्राइस पर लॉन्च करती है जिसकी वजह से पुरानी कारों की तरफ लोगों का रूझान बढ़ रहा है।
महिंद्रा फर्स्ट चॉइस व्हील्स के सीईओ आशुतोष पांडेय का कहना है कि “चौथे तिमाही में पुरानी पैसेंजर वाहनों की बिक्री 10 से 12 प्रतिशत तक बढ़ रही है।”
ऑटोमैटिक कार चलाते समय लोग करते हैं ये 2गलतियां, होता है भारी नुकसान
उनका कहना है कि बाजार में फिलहाल कैश की काफी कमी है और नए वाहन लगातार महंगे होते जा रहे है। जबकि यूज्ड कार मार्केट में उसी कीमत पर आप एक कैटेगरी ऊपर का वाहन खरीद सकते हैं। यहां ध्यान देने लायक बात ये है कि सेकेंड हैंड कारों की ये डिमांड ज्यादातर बी ग्रेड शहरों से आ रही है।
दरअसल छोटे शहरों में लोग ज्यादातर कैश में लेन-देन करते हैं यही वजह है कि कम कीमत में अच्छी कार के लिए वो पुरानी कारों का रूख करते हैं।
लुक्स ही नहीं माइलेज भी टक्कर देगी Jawa, नहीं होगी पेट्रोल-डीजल की टेंशन