
Watermelon Farming (Patrika Photo)
चित्तौड़गढ़: जायद सीजन में होने वाली तरबूज की खेती अब खरीफ सीजन में भी होने लगी है। डूंगला तहसील के ग्राम घोड़ा खेड़ा निवासी प्रगतिशील किसान देवीलाल जाट ने खरीफ सीजन में तरबूज की खेती करने की पहल की है।
अच्छा उत्पादन होने से अन्य काश्तकारों को भी बढ़ावा मिलेगा। कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक उद्यान भीलवाड़ा महेश चेजरा एवं उप निदेशक उद्यान चित्तौडगढ़ डॉ. शंकरलाल जाट ने प्रगतिशील काश्तकार के खेत का निरीक्षण कर फसलों का जायजा लिया।
उन्होंने बताया कि किसान ने अपने खेत में एक हेक्टेयर में तरबूज की खेती, एक हेक्टेयर में फूल एवं पत्ता गोभी की खेती, 0.5 हेक्टेयर में मिर्च की खेती, 0.5 हेक्टेयर में लौकी, तोरई, करेला (बांस पर) की खेती एवं 0.5 हेक्टेयर में गुलाब के फूलों को सुखाकर उन्हें बेचा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि फसलों में कीट प्रबंधन के लिए वे फेरोमोन ट्रैप और नीम तेल का उपयोग कर रहे हैं, इससे गुणवत्तापूर्ण उत्पादन मिल रहा है। किसान को विविधिकृत खेती से प्रतिवर्ष लाखों की कमाई हो रही है।
खरीफ सीजन में तरबूज की यह सफल खेती जिले के अन्य किसानों के लिए प्रेरणादायक सिद्ध होगी। उल्लेखनीय है कि सामान्यत: तरबूज की खेती केवल जायद सीजन में की जाती है, किंतु खरीफ में इसकी सफल खेती कर बेहतर उत्पादन प्राप्त किया है।
Published on:
12 Sept 2025 02:55 pm
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