7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

यशस्वी को क्रिकेटर बनाने में है इस बंदे का हाथ, खुद का सपना भूलकर की सेल्समैन की नौकरी, अब रणजी में किया डेब्यू

Yashasvi Jaiswal Elder Brother Tejaswi Jaiswal: यशस्वी जायसवाल को क्रिकेटर बनाने के लिए उनके बड़े भाई तेजस्वी जायसवाल ने काफी संघर्ष किया है। अब जब यशस्‍वी अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर बड़ा नाम बन गए हैं तो उनके भाई को भी रणजी में डेब्यू करने का मौका मिल गया।

2 min read
Google source verification
Yashasvi Jaiswal Elder Brother Tejaswi Jaiswal

Yashasvi Jaiswal Elder Brother Tejaswi Jaiswal: भारतीय टीम के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की आज पूरी दुनिया में पहचान है, लेकिन उन्हें यहां तक पहुंचाने में उनके बड़े भाई तेजस्वी जायसवाल का बहुत बड़ा हाथ है। छोटे भाई को क्रिकेटर बनाने के लिए बड़े भाई तेजस्वी ने अपना सपना भूलकर छोटी-छोटी नौकरियां भी कीं। आज जब यशस्वी जायसवाल अपनी पहचान बना चुके हैं तो बड़े भाई तेजस्वी ने भी अपना क्रिकेटर बनने का सपना पूरा कर लिया है। उन्होंने हाल ही में रणजी ट्रॉफी में त्रिपुरा के लिए अपना पहला प्रथम श्रेणी मुकाबला खेला।

यशस्वी ने दिया मैसेज, अब तुम्हारा समय है भाई

त्रिपुरा के खिलाफ रणजी डेब्‍यू करना ना सिर्फ तेजस्वी, बल्कि उनके छोटे भाई यशस्वी जायसवाल के लिए भी भावुक पल था। यशस्वी इस समय बॉर्डर-गावस्कर टेस्‍ट सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया में हैं। यशस्वी ने सोशल मीडिया पर एक मैसेज करते हुए लिखा, तूने सबके लिए किया। अपने सपने को छोडा़, बहुत त्याग किया, अब तुम्हारा समय है भाई। इसका आनंद उठाओ।

17 साल की उम्र में छोड़ दिया क्रिकेट

उत्तर प्रदेश के भदोही के रहने वाले यशस्वी और तेजस्वी क्रिकेटर बनने का सपना लेकर मुंबई पहुंचे थे। यहां दोनों भाइयों ने क्रिकेट खेलना शुरू किया। दोनों मुंबई के आजाद मैदान में एक साथ टेंट में भी रहे, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण दोनों में से कोई एक ही क्रिकेट खेल सकता था। ऐसे में तेजस्वी ने त्याग किया और 17 साल की उम्र में मुंबई छोड़कर नौकरी करने के लिए दिल्ली आ गए।

खर्च के लिए भेजते थे पैसे

तेजस्वी ने साउथ दिल्ली में अपने एक रिश्तेदार की बिजली की दुकान पर सेल्समैन का काम करना शुरू कर दिया। वह ना सिर्फ यशस्वी के खर्च के लिए पैसा भेजते थे, बल्कि उन्होंने अपनी दो बहनों की शादी भी की। उन्होंने कहा कि मैं भी क्रिकेट खेलना चाहता था लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। यशस्वी अच्छा खेल रहा था, इस कारण 2013 के आखिर में मैं मुंबई से दिल्ली आ गया।

यह भी पढ़ें : वह मेरे कमरे में आया... सूर्यकुमार यादव ने तिलक वर्मा को लेकर किया ये बड़ा खुलासा

आईपीएल से बदल गई जिदंगी

तेजस्वी ने कहा कि 2020 में जब यशस्वी को आईपीएल अनुबंध मिला, उसके बाद से हमारी जिंदगी बदल गई। इसके बाद मैंने भी एक बार फिर क्रिकेट खेलने का फैसला किया। यशस्‍वी को आईपीएल में पहली बार राजस्थान रॉयल्स ने 2.40 करोड़ रुपए में खरीदा था।


मेघालय के खिलाफ किया पदार्पण

तेजस्वी जायसवाल ऑलराउंड हैं और उन्होंंने रणजी में मेघालय के खिलाफ डेब्‍यू किया था लेकिन वह 13 रन ही बना सके थे। उन्होंने बड़ौदा के खिलाफ पिछले मैच में 82 रन ठोके और अपना पहला अर्धशतक लगाया। उन्होंने अब तक तीन रणजी मैच खेले हैं।