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सुनील गावस्कर ने विराट कोहली को कप्तान बनाए जाने की प्रक्रिया पर उठाया सवाल

Sunil Gavaskar का मानना है कि विराट कोहली को विश्व कप तक के लिए ही कप्तानी दी गई थी। अगर उन्हें दोबारा कप्तान बनाना था तो इसके लिए बैठक होनी चाहिए थी।

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Sunil Gavaskar

मुंबई : भारत और विश्व के महानतम सलामी बल्लेबाज माने जाने वाले सुनील गावस्कर ( Sunil Gavaskar ) ने विश्व कप विराट कोहली ( Virat Kohli )को कप्तान बनाए रखने की प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि विश्व कप के बाद विराट कोहली को दोबारा कप्तानी सौंपे जाने से पहले इस मसले पर एक आधिकारिक बैठक होनी चाहिए थी। गावस्कर ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ( BCCI ) की चयन समिति ने कप्तान के मसले पर बिना मीटिंग के वेस्टइंडीज दौरे की कमान विराट कोहली को सौंप दी तो यह सवाल उठता है कि क्या कोहली अपनी बदौलत टीम के कप्तान हैं या फिर चयन समिति के कारण।

विश्व कप तक के लिए ही कप्तान थे कोहली

गावस्कर का कहना है कि उनकी जानकारी के अनुसार कोहली को विश्व कप तक के लिए ही कप्तानी सौंपी गई थी। इसके बाद अगर चयनकर्ताओं को विराट कोहली को कप्तान बनाना था तो वह इस मसले पर उन्हें एक बैठक बुलानी चाहिए थी। यह अलग बात है कि वह बैठक पांच मिनट ही चलती, लेकिन ऐसा होना चाहिए था।

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कहा- कोहली को क्यों अपने हिसाब से टीम चुनने का हक मिलता है

एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने विंडीज दौरे के लिए विराट कोहली को तीनो फॉर्मेट का कप्तान नियुक्त किया है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट की ओर से बीसीसीआई का कामकाज संचालन करने के लिए गठित प्रशासकों की समिति (सीओए) ने भी साफ कर दिया कि वह विश्व कप में टीम के प्रदर्शन पर रिव्यू बैठक नहीं बुलाएंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि टीम के प्रदर्शन पर वह टीम मैनेजर की रिपोर्ट पर विचार करेगी। इस पर गावस्कर का कहना था कि विराट कोहली को आखिरकार क्यों मनपसंद टीम चुनने का अधिकार मिलता रहा है।

चयन समिति को बताया कठपुतली

सुनील गावस्कर ने कहा कि चयन समिति में बैठे लोग कठपुतली हैं। विराट कोहली को दोबारा कप्तान बनाने के बाद टीम पर सुझाव देने के लिए विराट कोहली को मीटिंग में बुलाया। इससे संदेश यह गया कि केदार जाधव, दिनेश कार्तिक को विश्व कप में उनके खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर किया गया, जबकि विश्व कप के दौरान और उससे पहले कप्तान ने इन्हीं खिलाड़ियों पर भरोसा जताया था और नतीजा यह हुआ था कि टीम फाइनल में भी नहीं पहुंच सकी थी।

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बीसीसीआई में भी विराट को लेकर है मतभेद

बीसीसीआई में भी विराट कोहली की कप्तानी पर अलग-अलग विचार हैं। एक तबके का मानना था कि 2023 विश्व कप के मद्देनजर तीनों फॉरमेट में अलग-अलग कप्तान बनाया जाना एक अच्छा कदम हो सकता है और इससे आने वाले समय में टीम इंडिया को फायदा मिलेगा।