उड़ गया विकेट
पाकिस्तान का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 113 रन था। गेंदबाजों को विकेट लेने में सफलता नहीं मिल रही थी। तभी अपने तीसरे ओवर में मैट पार्किंसन ने इमाम उल हक को ऐसी बॉल डाली कि उन्हें भनक तक नहीं लगी और गेंद विकेट ले उड़ी। पार्किंसन ने छठे स्टंप के आसपास फुल गेंद फेंकी और इमाम इस पर ड्राइव लगाना चाहते थे। ड्राइव के लिए उन्होंने अपने शरीर से दूर खेलना चाहा, लेकिन फिर जो हुआ उसे देखकर सभी हैरान रह गए।
पाकिस्तान का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 113 रन था। गेंदबाजों को विकेट लेने में सफलता नहीं मिल रही थी। तभी अपने तीसरे ओवर में मैट पार्किंसन ने इमाम उल हक को ऐसी बॉल डाली कि उन्हें भनक तक नहीं लगी और गेंद विकेट ले उड़ी। पार्किंसन ने छठे स्टंप के आसपास फुल गेंद फेंकी और इमाम इस पर ड्राइव लगाना चाहते थे। ड्राइव के लिए उन्होंने अपने शरीर से दूर खेलना चाहा, लेकिन फिर जो हुआ उसे देखकर सभी हैरान रह गए।
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इमाम ने जब उस गेंद को खेलने की कोशिश की तो गेंद पर इमाम के बल्ले का अंदरुनी किनारा लगा और गेंद मिडिल स्टंप में चली गई। बल्लेबाजल देखते ही रह गया। क्रिकविज की रिपोर्ट के अनुसार,पार्किंसन की गेंद वनडे क्रिकेट के इतिहास में विकेट लेने वाली सबसे बड़ी स्पिनिंग गेंद थी। इस बॉल ने 12.1 डिग्री का बड़ा मोड़ लिया। इससे पहले वर्ष 2005 में एशेज सीरीज के दौरान एंड्रयू स्ट्रॉस भी शेन वॉर्न की ऐसी ही फिरकी में फंस गए थे और क्लीन बोल्ड हो गए थे।
इमाम ने जब उस गेंद को खेलने की कोशिश की तो गेंद पर इमाम के बल्ले का अंदरुनी किनारा लगा और गेंद मिडिल स्टंप में चली गई। बल्लेबाजल देखते ही रह गया। क्रिकविज की रिपोर्ट के अनुसार,पार्किंसन की गेंद वनडे क्रिकेट के इतिहास में विकेट लेने वाली सबसे बड़ी स्पिनिंग गेंद थी। इस बॉल ने 12.1 डिग्री का बड़ा मोड़ लिया। इससे पहले वर्ष 2005 में एशेज सीरीज के दौरान एंड्रयू स्ट्रॉस भी शेन वॉर्न की ऐसी ही फिरकी में फंस गए थे और क्लीन बोल्ड हो गए थे।
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तीन महीने पहले पार्किंसन ने लंकाशर के लिए खेलते हुए नॉर्थम्टनशर के खिलाफ काउंटी मैच में एडम रॉसिन्गटन को बोल्ड किया था। पार्किंसन की उस बॉल की तुलना शेन वॉर्न की ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ से की गई थी। इसके बाद से फैंस को उम्मीद थी कि पार्किंसन इंटरनेशनल क्रिकेट में भी ऐसी ही गेंदबाजी करेंगे।
तीन महीने पहले पार्किंसन ने लंकाशर के लिए खेलते हुए नॉर्थम्टनशर के खिलाफ काउंटी मैच में एडम रॉसिन्गटन को बोल्ड किया था। पार्किंसन की उस बॉल की तुलना शेन वॉर्न की ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ से की गई थी। इसके बाद से फैंस को उम्मीद थी कि पार्किंसन इंटरनेशनल क्रिकेट में भी ऐसी ही गेंदबाजी करेंगे।