26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बिहारः बक्सर सदर विधायक की कार से शराब की बोतलें बरामद

बिहार पुलिस ने वाहनों की जांच के दौरान रोकी स्कॉर्पियो। चेकिंग के वक्त गाड़ी में मौजूद नहीं थे कांग्रेस विधायक। विधायक ने जताई उनके खिलाफ साजिश की आशंका।

2 min read
Google source verification
Buxar MLA SUV liqour

Buxar MLA SUV liqour

पटना। यों तो ड्राई स्टेट यानी शराब बंदी वाले बिहार में शराब की बिक्री, निर्माण और विपणन पर पाबंदी है, लेकिन फिर भी अक्सर यहां पर इसकी तस्करी से जुड़ी तमाम खबरें सामने आती रहती हैं। इस सिलसिले में बिहार पुलिस ने बुधवार को बक्सर सदर से कांग्रेस विधायक संजय कुमार तिवारी की कार से शराब की बोतलें जब्त कीं। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया है।

WHO ने दी बड़ी चेतावनी, संभव है कि कोरोना वायरस कभी खत्म ना हो

हालांकि जिस वक्त सिमरी थाना क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान यह बोतलें बरामद की गईं, विधायक खुद कार में मौजूद नहीं थे। बक्सर के पुलिस अधीक्षक उपेंद्र नाथ शर्मा ने कहा, "हमने चार लोगों को रोका। वाहन ऐप के जरिये जांच करने पर यह पता चला कि कार विधायक की है। हम इन चार लोगों और कार के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर रहे हैं।"

वहीं, बक्सर सदर विधायक तिवारी ने कहा, "जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है, मेरी गाड़ी का इस्तेमाल जरूरतमंदों के लिए राशन वितरित करने के लिए किया जा रहा था। आज यह कार जगदीशपुर में वितरित की जाने वाली राशन आपूर्ति के साथ भी गई थी। मुझे आश्चर्य है कि मेरी कार सिमरी पुलिस स्टेशन के आसपास कैसे पहुंची। मैं उन श्रमिकों के साथ बात करना चाहता हूं जो राशन वितरित करने गए थे।"

विधायक ने आगे कहा कि वह स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना को लेकर आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके अलावा, अगर उनके खिलाफ कोई साजिश है, तो सरकार को उस पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए।

COVID-19 मरीजों का जल्द हो सकेगा इलाज! देश में एंटीवायरल दवा के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू

गौरतलब है कि बिहार पुलिस अक्सर मुखबिरों की सूचना के बाद बिहार की सीमाओं के साथ ही प्रदेश के भीतर भी तमाम स्थानों पर शराब तस्करी को लेकर वाहन चेकिंग करती रहती है। पुलिस को बिहार में शराब तस्करी के अनोखे मामले भी सामने मिलते रहते हैं। इनमें शवों के लिए इस्तेमाल होने वाले ताबूतों, एंबुलेंस, ट्रकों में विशेषरूप से बनाए गए गुप्त स्थानों समेत तमाम तरीके शामिल हैं।