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वाराणसी और चंदौली में ISI एजेंट के घर पर एनआईए ने मारा छापा, आई बड़ी वजह सामने

Rashid सामरिक रूप से महत्‍वपूर्ण ठिकानों के फोटो भेजने के आरोप में गिरफ्तार। आईपीसी और गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI हैंडलर्स के संपर्क में था मोहम्मद राशिद।

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पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI हैंडलर्स के संपर्क में था मोहम्मद राशिद।

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( NIA ) ने उत्‍तर प्रदेश के वाराणसी और चंदौली में छापेमारी के बाद पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ( ISI ) के एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ सेना की गतिविधियों से जुड़ी सामरिक रूप से महत्‍वपूर्ण ठिकानों के फोटो और सूचनाएं पाकिस्तान स्थित संदिग्‍ध हैंडलर्स को भेजने का आरोप है।

एनआईए ने पहले वाराणसी में आईएसआई एजेंट मोहम्मद राशिद के घर छापेमारी की। उसके बाद राशिद को लेकर एनआईए व एटीएस की 15 सदस्यीय टीम रविवार की सुबह सवा छह बजे चंदौली पहुंची। एनआईए की टीम ने चंदौली में पीडीडीयू शहर कोतवाली क्षेत्र के चौरहट नई बस्ती गांव स्थित आरोपी के घर की घंटों तलाशी ली। इस दौरान राशिद के परिजनों से भी पूछताछ की। लगभग चार घंटे तक पड़ताल के बाद टीम आरोपी राशिद को लखनऊ लेकर रवाना हो गई।

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जानकारी के मुताबिक छानबीन के दौरान टीम ने राशिद को उसके परिजनों से बातचीत करने की अनुमति नहीं दी। एटीएस व एनआईए की टीम ( ATS and NIA Team ) ने कुछ इनपुट मिलने के बाद जांच पड़ताल तेज कर दी है। हालांकि जांच अधिकारियों इस मामले में अभी तक किसी तरह की आधिकारिक जानकारी नहीं दी है।

बता दें कि चौरहट नई बस्ती गांव में 19 जनवरी की रात को एटीएस की टीम ने राशिद को उसके आवास से गिरफ्तार किया था। एटीएस के मुताबिक राशिद 2017 व 2018 में कराची ( Karachi ) अपनी मौसी के घर गया था। जहां वह आईएसआई के संपर्क में आ गया। भारत वापस लौटने के बाद वह देश के महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों की फोटो पाकिस्तान की आईएसआई को भेजा था।

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फिलहाल राशिद का मामला कोर्ट में लंबित है। एटीएस व एनआईए मामले की जांच पड़ताल करने में जुटी ( ATS and NIA are involved in investigating the case ) है। 15 जून को एटीएस की टीम ने आरोपी को उसके मामा शमसीर व मौसा सोनू से लखनऊ में सुबह 9 से शाम तक पूछताछ करने बाद छोड़ा था।

इस बारे में एनआईए की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि ये छापे मोहम्‍मद राशिद के चंदौली और वाराणसी स्थित घरों पर मारे गए। राश‍िद को 19 जनवरी को अरेस्‍ट किया गया था। उस पर भारतीय दंड संहिता ( IPC ) तथा गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (UAPA ) के तहत मामला दर्ज किया गया। अधिकारियों ने बताया कि राशिद पाकिस्‍तान में स्थित अपने हैंडलर्स के संपर्क में था। यही नहीं वह दो बार पाकिस्‍तान जा चुका है।

राशिद को भारत में संवेदनशील और रणनीतिक रूप से महत्‍वपूर्ण प्रतिष्‍ठानों के फोटो और सेना की गतिविधियों से जुड़ी सूचनाएं आईएसआई को भेजते हुए पकड़ा गया। तलाशी के दौरान राशिद के घर से मोबाइल फोन और कुछ आपत्तिजनक दस्‍तावेज मिले हैं। राशिद से पूछताछ अभी जारी है। एनआईए यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कोई और जासूसी में शामिल तो नहीं था।