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शहर में लगा कचरे का अंबार, इन मांगों को लेकर हड़ताल पर सफाई कर्मचारी

- शहर में एक बार फिर सफाई व्यवस्था ठप- स्थाई और अस्थाई सफाई कर्मियों की हड़ताल- नगर पालिका के अधिकारियों के बीच रखी मांग- बोले- मांगे न माने जाने तक जारी रखेंगे हड़ताल

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शहर में लगा कचरे का अंबार, इन मांगों को लेकर हड़ताल पर सफाई कर्मचारी

एक तरफ तो मध्य प्रदेश के सभी शहर सफाई व्यवस्था में अव्वल आने के लिए लगातार संकल्पित होकर कार्यों में जुटे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ सूबे के डबरा शहर की सफाई व्यवस्था एक बार फिर ठप हो गई है। इसका कारण ये है कि, नगर पालिका के स्थाई और अस्थाई सफाई कर्मचारीयों ने हड़ताल शुरू कर दी है। यही कारण है कि, शहर के चौराहे, नुक्कड़ और कॉलोनियों में कचरे का अंबार लगता जा रहा है। वहीं, दूसरी तरफ सोमवार को सभी सफाई कर्मचारियों ने डबरा नगर पालिका का घेराव करते हुए अदिकारियों को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है।

शहरभर में शुरु हुई हड़ताल में सम्मिलित प्रवेंद्र घोरपड़े का कहना है कि, डबरा नगर पालिका का घेराव करते हुए नगरपालिक के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष अपनी मांगें रखने आए हैं। साथ ही, अफसरों को ये चेतावनी भी देंगे कि, जबतक हमारी मांगे पूरी नहीं होती, तबतक हड़ताल के साथ साथ धरना प्रदर्शन इसी तरह जारी रखेंगे।

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नगर पालिका के बाहर धरने पर बैठे कर्मचारी

इस संबंध में सफाई कर्मियों ने इससे पहले पुर्व में एसडीएम प्रखर सिंह को भी अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा था। जिसमें डबरा नगरपालिका के सभी स्थाई और अस्थाई सफाई कर्मचारियों ने 2 जनवरी 2023 को अपनी मांगों को लेकर नगर पालिका क्षेत्र में सफाई कार्य बंद रखने का ऐलान किया था। इसी काम बंद हड़ताल के चलते शहर में सफाई की व्यवस्था ठप्प हो गई है।


दरोगा पर आरोप

सफाई कर्मियों का कहना है कि, उनपर आधिकारी दबाव बनाते हैं, जिससे उन्हें बेइज्जती मेहसूस होती है। सफाईकर्मी ममता बालमीक के अनुसार, महंगाई के दौर में उन्हें 7 - 8 हजार रुपए वेतन दिया जा रहा है जो उनके बच्चों का पालन पोषण करने के लिए पर्याप्त नहीं है। उनका कहना है कि, वो पिछले 25 साल से डबरा नगरपालिका मैं बतौर अस्थाई कर्मचारी कार्यरत हैं, बावजूद इसके अबतक नगर पालिका द्वारा उन्हें स्थाई नहीं किया गया। यही नहीं, कर्मचारियों को कार्य करने के लिए नगर पालिका द्वारा सफाई कार्यों में इस्तेमाल होने वाला सामान डलिया, तश्ला, फावड़े, झाड़ू, आदि सामान भी पर्याप्त मात्रा में नहीं है। साथ ही उन्होंने दरोगा पर भी परेशान करने का आरोप लगाया।

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शिकायत न सुने जाने की नाराजगी

वहीं, सफाई कर्मियों का कहना है कि, वार्ड मेंबर भी उनको परेशान करते हैं। इस चीज की शिकायत सफाई कर्मियों द्वारा निरंतर वरिष्ठ अधिकारियों भी की गई, लेकिन अभी तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई जिसके कारण सफाई कर्मी आज अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं।


इन मांगों को लेकर पहले भी SDM को दे चुके हैं ज्ञापन

वहीं, मुख्य रूप से हड़ताल में सम्मिलित प्रवेंद्र घोरपड़े ने बताया कि उन्होंने सभी सफाई कर्मचारियों को एकत्रित कर डबरा नगरपालिका का घेराव सफाई कर्मियों की मुख्य मांगों को लेकर किया है। जिसमें वेतन वृद्धि और सफाई कर्मचारियों के कार्यकाल वृद्धि को लेकर 30 दिसंबर 2021 को डबरा एसडीएम प्रखर सिंह को ज्ञापन सौंप चुके हैं।