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Khatu Shyamji: वृंदावन-खाटूश्यामजी की तर्ज पर मेहंदीपुर बालाजी धाम में तैयार हो रहा आकर्षक तोरण द्वार, 1.72 करोड़ आएगी लागत

Mehandipur Balaji: वृंदावन और खाटूश्यामजी की तर्ज पर अब मेहंदीपुर बालाजी धाम में भी श्रद्धालुओं का स्वागत भव्य एवं कलात्मक द्वार से किया जाएगा।

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Mehandipur Balaji

मेहंदीपुर बालाजी धाम में बन रहा तोरण द्वार। फोटो: पत्रिका

दौसा। वृंदावन और खाटूश्यामजी की तर्ज पर अब मेहंदीपुर बालाजी धाम में भी श्रद्धालुओं का स्वागत भव्य एवं कलात्मक द्वार से किया जाएगा। पर्यटन विभाग की ओर से 1 करोड़ 72 लाख रुपए की लागत से बन रहा यह स्वागत द्वार धौलपुर के लाल पत्थर से तैयार किया जा रहा है, जो आकर्षक हेरिटेज लुक प्रदान करेगा।

द्वार के ऊपरी हिस्से में मंदिरनुमा गुंबद तथा साइड पीलरों पर सुंदर कलाकृतियां उकेरी जा रही हैं, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र होंगी। द्वार के पास जनसुविधा केंद्र व सेल्फी प्वाइंट भी तैयार किया जा रहा है, जहां श्रद्धालु अपनी यादें संजो सकेंगे। स्वागत द्वार के आसपास छायादार और फलदार पौधे लगाए जाएंगे ताकि क्षेत्र को हराभरा स्वरूप मिल सके।

नेशनल हाईवे 21 के बालाजी मोड़ से लगभग 700 मीटर अंदर और बालाजी मंदिर से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर पुलिस थाने के समीप स्वागत द्वार का निर्माण कार्य अंतिम दौर में है। गेट में लाल व हल्के भूरे रंग के पत्थरों का संयोजन इसे विरासत का आभास देगा। द्वार के दोनों ओर हवादार जालियां, डिजाइनों से सजे महराव और धार्मिक आस्था का प्रतीक गुंबदनुमा छतरियां इसकी भव्यता को और निखार रही हैं। दर्जनों कारीगर लगातार निर्माण कार्य में जुटे हुए हैं।

सेल्फी प्वाइंट और जनसुविधाएं भी विकसित होंगी

स्वागत द्वार के साथ क्षेत्र का सौंदर्यीकरण भी किया जा रहा है। स्टील रेलिंग, आकर्षक लाइटिंग, सेल्फी प्वाइंट, पेड़-पौधे और जनसुविधाएं क्षेत्र की सुंदरता और उपयोगिता दोनों बढ़ाएंगी। बालाजी धाम देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं का प्रमुख केंद्र है, ऐसे में यह स्वागत द्वार उन्हें मंदिर की सीमा में प्रवेश करने से पूर्व ही धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव का एहसास कराएगा।

इनका कहना है

सार्वजनिक निर्माण विभाग के जेईएन विनोद कुमार ने बताया कि आरटीडीसी ने पर्यटन और आस्था को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह द्वार तैयार कराया है। यह गेट आर्किटेक्ट के डिजाइन के अनुसार भव्य स्वरूप में आकार ले रहा है।