किरोड़ी ने मंगलवार को दौसा के संत सुंदरदास स्मारक के पास सभा की जिसमें पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ व हनुमान बेनीवाल भी शामिल हुए। दोपहर सवा तीन बजे किरोड़ी ने कलेक्ट्रट की तरफ चलने का ऐलान किया, बाद में वे समर्थकों संग दौसा शहर में प्रवेश कर गए। शहर के रेलवे ओवरब्रिज से होते हुए पुलिया के नीचे से रेलवे स्टेशन के पास ट्रेक पर पहुंचे जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया।
शाम करीब 5 बजे किरोड़ी समर्थकों ने ट्रेन पर कब्जा कर लिया। पुलिस ने रोका तो समर्थकों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए 20 मिनट तक लाठी भांजी जिससे स्टेशन परिसर में अफरा—तफरी मच गई। देखते ही देखते पूरा स्टेशन परिसर पत्थरों से पट गए जिसमें कई चोटिल हो गए।
पीड़िता के लिए प्रदर्शन
समर्थकों की मांग थी कि अलवर एसपी, थानेदार व जांच अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तारी किया जाए। सीएम इस्तीफा दें। मामले की सीबीआई जांच कराने के साथ पीड़िता को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद की जाए।
गिरफ्तार किए गए किरोड़ी फिर छोड़ा
एसपी प्रहलाद सिंह कृष्णियां, एडीएम लोकेश कुमार मीना एवं एएसपी अनिल सिंह की टीम डॉ. किरोड़ीलाल मीना, हनुमान बेनीवाल व जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीना समेत कुछ समर्थकों को कोतवाली लेकर पहुंची जहां धारा 129 के तहत सभी को गिरफ्तार कर जमानत पर छोड़ दिया। कलक्टर अविचल चतुर्वेदी भी मौजूद रहे।