
आभूषण खोलती अभ्यर्थी। फोटो: पत्रिका
दौसा। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित तीन दिवसीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सीधी भर्ती परीक्षा जिला मुख्यालय पर 17 केन्द्रों पर हुई। भर्ती परीक्षा को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। गहन जांच पड़ताल के बाद अभ्यर्थियों को केन्द्र पर प्रवेश दिया गया।
महिला अभ्यर्थियों को गहने व हाथों व गले में बंधे धागों को भी खुलवाया गया। मेटल की चूडिय़ां भी अभ्यथियों को खोलनी पड़ी। बड़े बटन वाले कपड़ों में प्रवेश नहीं दिया। दौसा जिला मुख्यालय पर 8 सरकारी व 9 निजी संस्थानों पर परीक्षा सम्पन्न हुई।
पहली पारी में पंजीकृत 6 हजार में से 5270 (87.83 प्रतिशत) परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 730 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। दूसरी पारी में 6 हजार में से 5 हजार 272 (87.87 प्रतिशत) परीक्षार्थी उपस्थित रहे। 728 परीक्षार्थी नहीं पहुंचे।
केन्द्रों पर परीक्षार्थियों को चार स्तरीय जांच के बाद कक्ष में प्रवेश दिया गया। पीजी कॉलेज सहित अन्य परीक्षा केन्द्रों पर प्रवेश द्वार पर केन्द्र के स्टॉफ व पुलिसकर्मियों द्वारा मेटल डिटेक्टर आदि से एक-एक परीक्षार्थी की जांच की। बॉयोमीट्रिक सत्यापन किया गया। मोबाइल, आभूषण, हाथ व कलाई पर बंधे धागा, दुपट्टा आदि बाहर उतारने के बाद ही केन्द्र में जाने दिया गया।
जिंस में भी परीक्षार्थी अंदर नहीं जा सके। परीक्षा के सफल आयोजन के लिए प्रशासन ने 9 उप समन्वयक दल और 26 ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए थे। प्रत्येक सरकारी केन्द्र पर एक तथा निजी संस्था केन्द्र पर दो ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए व तीन फ्लाइंग बनाए गए। एक-एक आरएएस, आरपीएस और शिक्षा विभाग के अधिकारी प्रत्येक दल में शामिल रहे।
निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण परीक्षा करवाने के लिए प्रशासन ने नियमानुसार परीक्षा समय से एक घंटे पूर्व तक ही प्रवेश दिया। इसके बाद देरी से पहुंचे अभ्यर्थियों ने प्रवेश के लिए खूब गुहार लगाई, लेकिन केन्द्र स्टाफ व पुलिस ने नियमों का हवाला देकर अनुमति नहीं दी। सींगपुरा निवासी रवीना गुर्जर भी दो मिनट देरी से पहुंची। पिता बच्चू सिंह ने बताया कि गाड़ी पंक्चर होने के कारण लेट हो गए, लेकिन काफी गुहार करने के बाद भी गेट नहीं खोले।
राजस्थान में लेवल एक की परीक्षा उत्तीर्ण करना भी युवाओं के लिए आसान नहीं होगा। 53 हजार 749 पदों के लिए करीब 25 लाख युवाओं ने आवेदन किए हैं। अगर इनमें से बीस लाख ने भी परीक्षा दी तो हर एक पद के लिए सैंतीस युवा दावेदार रहेंगे।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती की यह परीक्षा कठिन इसलिए नहीं है कि इसका पेपर कठिन आएगा या सिलेबस अत्यंत बड़ा है। बल्कि कठिन इसलिए रहेगी कि जो युवा आरएएस, व्याख्याता, शिक्षक, वीडीओ, आरपीएस सहित बड़े अधिकारी बनने की तैयारी कई साल से कर रहे हैं, वे भी इस परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। जो युवा केवल दसवीं या बारहवीं पास हैं, उनके लिए इसे उत्तीर्ण करना काफी कठिन रहेगा।
Published on:
20 Sept 2025 02:52 pm
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