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देवरिया कांड के 11 दिन; हर कदम पर खाकी… हर 4 किमी पर बैरियर, यह तो कर्फ्यू है?

Deoria Murder Case: उत्तर प्रदेश के देवरिया में सामूहिक हत्याकांड के 11 दिन बाद भी हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। गांव के चार किलोमीटर की दूरी में स्थित गांवों में दहशत का महौल है। पूरे इलाके में हर चार किलोमीटर पर पुलिस का बैरियर लगा है। ऐसा लगता है कि गांव में धारा- 144 नहीं, कर्फ्यू लगा है।

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Deoria murder case 11 days Khaki at every step Barrier every 4 km, is this a curfew

Deoria Murder Case: देवरिया में 2 अक्टूबर की सुबह 35 मिनट में दो परिवार के 6 लोगों की हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड से पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया, जिसने भी इस जघन्य हत्याकांड के बारे में सुना गमगीन हो उठा। इस वारादात हुए आज 10 दिन हो गए। आइए जानते हैं इन 10 दिनों में क्या क्या हुआ।

क्या है मामला
देवरिया के ग्राम पंचायत फतेहपुर के लेहड़ा टोला के रहने वाले साधु दुबे अपनी 10 बीघा जमीन गांव के दूसरे टोले के रहने वाले पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव को बेचकर उसके घर पर ही रहते थे। इसका विरोध साधु के भाई सत्य प्रकाश दुबे कर रहे थे। इसी बात को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था, लेकिन प्रेमचंद यादव (Premchand Yadav) की दबंग प्रवृत्ति के चलते सत्य प्रकाश दुबे दबते थे। हालांकि कागजी कार्रवाई में पीछे नहीं रहे हर जगह अपना पक्ष रखते रहे। यही विवाद चल रहा था। जो सोमवार के दिन छह लोगों की हत्या की वजह बन गई।

2 अक्टूबर की सुबह पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव अपनी बाइक से सत्य प्रकाश दुबे (Satya Prakash Dubey) के घर पहुंचे। घर के दरवाजे पर दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया। इस दौरान प्रेमचंद यादव की हत्या कर दी गई। इसकी जानकारी प्रेमचंद दुबे परिवार को मिली तो वह आग बबूला हो उठे और वह भीड़ के साथ सत्य प्रकाश दुबे के घर पहुंचे। इस दौरान हवाई फायरिंग की और घर में घुस गए।

घर में छुपे सत्य प्रकाश दुबे व उनके परिवार के एक-एक लोग को ढूंढकर ताबड़तोड़ धारदार हथियार से व गोली मारकर हत्या कर दी गई। छह लोगों के इस जघन्य हत्याकांड में 35 मिनट लगा। जिसने पूरे उत्तर प्रदेश को हिलाकर रख दिया।

देवरिया में एक ही परिवार के पांच लोगों की भीड़ ने हत्या कर दी। IMAGE CREDIT:

सीएम योगी ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
इस हत्याकांड (Deoria Murder Case) के बाद उत्तर प्रदेश के आलाअफसर मौके वारदात पर पहुंचे थे और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मामले को संज्ञान में लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया। सीएम ने गोरखपुर जाकर घायल युवक से मुलाकात की और उसका हाल जाना।

इस हत्याकांड में पुलिस अभी तक 21 अभियुक्तों को जेल भेज चुकी है। इसमें प्रेमचंद यादव के पिता रामभवन यादव, छोटे भाई रामजी यादव और प्रेमचंद यादव का ड्राइवर व दाहिना हाथ नवनाथ मिश्रा उर्फ पट्टू शामिल है। पट्टू ने ही प्रेमचंद यादव की लाइसेंसी राइफल से तीन फायर किया था। उसे राइफल के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में कुल नामजद 27 अभियुक्त हैं, जबकि 50 अज्ञात हैं।

दोनों पक्ष दे रहे अपने-अपने तर्क
देवरिया हत्याकांड को लेकर दोनों पक्ष अपने-अपने तर्क दे रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। जहां प्रेमचंद यादव की हत्या मामले में उसकी बेटियों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, सत्य प्रकाश दुबे के बेटे देवेश ने हत्यारों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन और फांसी की मांग की है। इस बीच प्रेमचंद की बेटी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि देवेश (सत्य प्रकाश दुबे का बेटा) ही उनके पिता का कातिल है, जिसके जवाब में देवेश ने बताया कि घटना वाले दिन वो मौके पर नहीं था। वो कर्म-कांड कराने बाहर गया हुआ था. इस कारण उसकी जान बच गई, नहीं तो वो भी मारा जाता।

देवरिया में 2 अक्टूबर को जमीनी विवाद में 6 लोगों की हत्या कर दी गई। IMAGE CREDIT:

देवरिया कांड में एसडीएम, दो तहसीलदार, CO, SHO समेत 15 निलंबित
देवरिया में जमीन को लेकर हुए विवाद में छह लोगों की हत्या में सीएम योगी ने बड़ा एक्शन लिया। लापरवाही में 15 लोगों को निलंबित कर दिया। इसमें एसडीएम, दो तहसीलदार, CO, SHO शामिल हैं।

प्रेमचंद की पत्नी-बेटी के दावे पर खड़े हुए सवाल
दरअसल, वारदात के दिन से ही मृतक प्रेमचंद यादव की पत्नी व बेटी किसी के द्वारा फोन करने पर प्रेमचंद के घर से निकलने की बात कह रही हैं। प्रेमचंद की पत्नी प्रेमशीला का कहना था कि सुबह वह चाय लेकर उनके (प्रेमचंद) पास पहुंची तब तक किसी का फोन आया और वह जल्दबाजी में बिना चाय पिए ही घर से निकल गए। कुछ देर बाद ही सत्य प्रकाश दुबे के घर पर उनकी हत्या कर दी गई। हालांकि, कॉल डिटेल से पता चला है कि प्रेमचंद को उस वक्त किसी का फोन नहीं आया था।

देवरिया हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी। IMAGE CREDIT:

पैमाईश करने गई टीम का विरोध
8 अक्टूबर को भाजपा विधायक की अगुवाई में दुबे परिवार के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। 9 अक्‍टूबर को फतेहपुर में पूर्व जिलापंचायत सदस्य मृत प्रेमचंद यादव की जमीन की पैमाइश करने गए राजस्व टीम का लोगों ने विरोध किया। भीड़ ने रोड जाम करने की कोशिश की। इस पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को भागना पड़ा। इसके बाद पुलिस और राजस्व की टीम ने जमीन की पैमाइश की।

बुलडोजर कार्रवाई की चर्चा तेज
पैमाइश के बाद तहसील कोर्ट ने प्रेमचंद यादव के पिता समेत तीन आरोपियों को बेदखली का आदेश जारी कर दिया है। तहसीलदार का फैसला आने के बाद बुलडोजर कार्रवाई की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि, प्रेमचंद के वकील गोपीनाथ की माने तो इस आदेश के बाद वह डीएम कोर्ट में अपील करेंगे।

रुद्रपुर कोतवाली इलाके के फतेहपुर गांव में सामूहिक हत्याकांड के 11 दिन बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हो पाई है। आसपास के चार किलोमीटर की दूरी में स्थित गांवों में तनाव और दहशत साफ नजर आता है। पूरे इलाके में हर चार किलोमीटर पर पुलिस का बैरियर लगा है। ऐसा लगता है कि गांव में धारा- 144 नहीं, कर्फ्यू लग गया है।