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Ration Card: संकट में 80 हजार लोगों का राशन, ई-केवायसी नहीं कराने पर कार्ड से ऑटोमेटिक कट जा रहा नाम

Ration Card: अधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि यदि कोई हितग्राही ई-केवायसी अपडेट नहीं करा रहा है तो ऐसे लोगों का नाम ऑटोमैटिक सिस्टम के तहत राशन कार्ड से कट जाएगा।

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धमतरी

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Love Sonkar

Oct 25, 2024

Ration Card

Ration Card: एक राष्ट्र एक राशन कार्ड के अंतर्गत राशनकार्डधारी सभी हितग्राहियों को ई-केवायसी अपडेट कराना अनिवार्य है। अभी भी 80 हजार हितग्राहियों ने ई-केवायसी नहीं कराया है। ऐसे लोगों का राशन संकट में है। अधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि यदि कोई हितग्राही ई-केवायसी अपडेट नहीं करा रहा है तो ऐसे लोगों का नाम ऑटोमैटिक सिस्टम के तहत राशन कार्ड से कट जाएगा। नाम कटने पर राशन वितरण भी नहीं होगा। ई-केवायसी का कार्य अभी भी जारी है। अब नवंबर माह में पता चलेगा कि कितने लोगों का अक्टूबर महीने का राशन कट गया।

यह भी पढ़ें: Ration Card: राशनकार्ड नवीनीकरण की फिर बढ़ी तारीख, इतने लोगो ने अब तक नहीं कराया ई-केवाईसी

धमतरी जिले में एपीएल और बीपीएल राशन कार्ड मिलाकर 2 लाख 38 हजार 263 राशन कार्डधारी है। इनमें सदस्यों की कुल संख्या 8 लाख 57 हजार 302 है। सत्यापन के लिए ई-केवायसी जरूरी है। अब तक करीब 7 लाख 77 हजार 72 सदस्यों ने राशन दुकान में बायोमेट्रिक फिंगर प्रिंट और आधार नंबर अपलोड कराकर ई-केवायसी कराया है। लगातार प्रचार-प्रसार करने के बाद भी 80 हजार सदस्य ई-केवायसी नहीं करा पाए है। बायोमेट्रिक मशीन में 6 साल के बच्चे और 55 से अधिक उम्र के हो चुके बुजुर्गों के अंगूठे या अन्य अंगुलियाें का निशान बायोमेट्रिक मशीन में नहीं आ रहा। इससे ई-केवायसी कराने के लिए उन्हें परेशानी हो रही है।

हितग्राही सोमेश देवांगन, नूतन सिन्हा, अखिलेश नगारची, पवन नेताम ने बताया कि राशन कार्ड में 7 सदस्यों का नाम अंकित है। इनमें से दो बच्चे हैं। अन्य सदस्यों का आधार वेरिफिकेशन हो चुका है, लेकिन उनके बच्चों का बायोमेट्रिक मशीन में अंगूठा समेत अन्य अंगुलियों का निशान नहीं बन रहा है। ई-केवायसी नहीं होने से अब मशीन में 5 सदस्यों का नाम ही शो हो रहा है। इससे राशन सामाग्री भी 5 सदस्यों को मिल रहा है। बच्चों का ई-केवायसी नहीं होने से राशन कार्ड से नाम हट गया है।

ई-केवायसी के लिए आधार नंबर इसलिए जरूरी

बता दें कि जिले में मृत्यु होने के बाद भी कई लोग मॄतक के राशन कार्ड से पीडीएस योजना का लाभ ले रहे थे। ऐसे बोगस कार्डों की पहचान करने तथा राशन वितरण में गड़बड़ी रोकने के लिए शासन ने ई-केवायसी की प्रक्रिया को शुरू किया है। ई-केवायसी के लिए संबंधित सदस्य का आधार नंबर और फिंगर प्रिंट जरूरी है। यह एक तरह से स्वयं उपस्थित होने का प्रमाणीकरण है। यदि किसी कारणवश ई-केवायसी में बायोमेट्रिक मशीन में अंगूठे का निशान अपलोड नहीं हुआ, तो राशन कार्ड से सदस्यों का नाम स्वत: हट जाएगा।

ई-केवायसी नहीं कराने वालों में ज्यादातर बच्चे

जिले में 80 हजार 415 लोगाें का ई-केवायसी शेष है। इनमें ज्यादातर बच्चे शामिल हैं। 4 से 6 साल तक के अधिकांश बच्चों का ई-केवायसी अपडेट नहीं हुआ है। हितग्राहियों ने बताया कि अनेक 6 साल के बच्चों का आधार अपडेट ही नहीं हुआ है। इस स्थिति में बिना आधार अपडेट के ई-केवायसी कराने में परेशानी हो रही है। अब नवंबर महीने में जब राशन कम मिलेगा तब हितग्राही और राशन दुकान संचालक के बीच विवाद की स्थिति बनेगी। हालांकि राशन में कटौती ई-केवायसी नहीं होना ही कारण होगा।

धमतरी ब्लाक में सर्वाधिक 24 हजार सदस्यों ने नहीं कराई ई-केवायसी

खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार धमतरी ग्रामीण, नगर निगम धमतरी और नगर पंचायत आमदी में कुल 24,494, कुरुद ब्लाक में 23,575, मगरलोड ब्लाक में 10234 और नगरी ब्लाक में 22112 सदस्यों ने ई-केवायसी और बायोमेट्रिक नहीं करया गया है। इस तरह पूरे जिले में कुल 80 हजार 415 सदस्यों का ई-केवायसी शेष है।