Curd with Salt or Sugar : भारत में शायद ही कोई ऐसा खाना हो जिसमें दही साथ में न खाया जाए। चाहे पराठा हो या दाल-चावल, एक कटोरी दही जरूर रहती है। आमतौर पर लोग दही में या तो चीनी मिलाकर (Curd with Salt or Sugar) खाते हैं या फिर थोड़ा नमक डालकर। ताजी दही में जब ऊपर से चीनी डाली जाती है, तो उसे मीठा दही कहते हैं।
कुछ लोग दही में नमक डालकर खाना पसंद करते हैं, कभी-कभी इसमें ज़ीरा पाउडर या कटी हुई सब्ज़ियां जैसे खीरा, गाजर और चुकंदर भी मिलाते हैं. आइए जानते हैं कि दही खाने के इन दो तरीकों में से कौन-सा ज़्यादा सेहतमंद है और क्यों.
जब बात सेहत की आती है, तो नमकीन दही (Curd with Salt or Sugar) अक्सर मीठे दही से ज़्यादा फायदेमंद माना जाता है.
मीठे दही में आमतौर पर बहुत ज़्यादा चीनी होती है. ज़्यादा चीनी का सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है, जैसे:
वजन बढ़ना: चीनी में कैलोरी ज़्यादा होती है, जिससे आसानी से वजन बढ़ सकता है.
ब्लड शुगर में वृद्धि: ख़ासकर डायबिटीज़ वाले लोगों के लिए, ज़्यादा चीनी ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकती है.
दांतों की समस्या: चीनी से दांतों में कैविटी होने का खतरा बढ़ जाता है.
ऊर्जा में गिरावट: चीनी से तुरंत ऊर्जा तो मिलती है, लेकिन उसके बाद ऊर्जा का स्तर तेज़ी से गिर भी सकता है, जिससे आप थका हुआ महसूस कर सकते हैं.
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नमकीन दही, खासकर जब उसमें सब्ज़ियां और मसाले मिलाए जाएं, तो यह एक बहुत ही पौष्टिक और सेहतमंद विकल्प बन जाता है.
पाचन में सहायक: दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं. नमक और ज़ीरा पाउडर पाचन को और भी बेहतर बनाते हैं.
इलेक्ट्रोलाइट संतुलन: गर्मी में जब पसीना ज़्यादा आता है, तो शरीर से नमक निकल जाता है. नमकीन दही शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में मदद करता है.
पोषक तत्वों से भरपूर: जब आप इसमें खीरा, गाजर या चुकंदर जैसी सब्ज़ियां मिलाते हैं, तो यह और भी विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर हो जाता है.
वजन प्रबंधन: मीठे दही की तुलना में नमकीन दही में कैलोरी कम होती है और यह आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे वजन नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है.
हाइड्रेशन: दही में पानी की मात्रा अच्छी होती है, जिससे यह शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है.
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
Published on:
20 Jun 2025 06:52 pm