
फाइल फोटो पत्रिका
Congress Protests : डूंगरपुर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से जिला कलट्रेट के बाहर मनरेगा में रोजगार और फसल खराबे के मुआवजे की मांग को लेकर चल रहा धरना बुधवार को 19वें दिन समाप्त हो गया, लेकिन इससे पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष व विधायक गणेश घोघरा की ओर से सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ किए गए महापड़ाव से आंदोलन उग्र हो गया।
दोपहर तक कलेक्ट्रेट के बाहर ढोल-कुंडी थाप पर नाचते-गाते सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने सरकार व प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। स्थिति ऐसी बनी की वार्ता के लिए अधिकारियों के बाहर नहीं आने पर कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए एवं बेरिकेड्स लांघ कर कलेक्ट्रेट में घुसने का प्रयास किया, लेकिन कुछ देर बाद अधिकारियों के वार्ता के लिए बाहर आने एवं रोजगार के आश्वासन पर मामला शांत हुआ एवं धरना समाप्त करने की घोषणा की।
गणेश घोघरा की घोषणा पर बुधवार दोपहर 12 बजे से जिले भर से सैकड़ों ग्रामीण रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। भीड़ के कारण स्टेट हाइवे रतलाम-स्वरूपगंज 927ए लगभग चार घंटे तक दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक बाधित रहा, जिससे आमजन को परेशानी हुई।
दोपहर करीब ढाई बजे विधायक गणेश घोघरा ने कार्यकर्ताओं के साथ आंदोलन उग्र कर दिया। उन्होंने बैरिकेड्स पर चढ़कर कलेक्ट्रेट के अंदर घुसने का प्रयास किया, जिसे पुलिस ने रोककर समझाइश की। विधायक ने उच्च अधिकारियों को बाहर बुलाने की मांग की। करीब तीन बजे जिला परिषद सीईओ हनुमंत सिंह राठौड़, एसीईओ अनिल पहाड़िया, एसडीएम सोनू गुर्जर और एडीएम दिनेश धाकड़ बाहर आए एवं वार्ता की। साथ ही आवश्यक आश्वासन दिया।
इस दौरान आमसभा में विधायक गणेश घोघरा ने डबल इंजन की सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिले में रोजगार और फसल खराबे का मुआवजा नहीं मिलने से गरीब और किसान परेशान हैं। एक माह पहले ज्ञापन दिया था, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। रोजगार न मिलने के कारण जिलेवासी गुजरात पलायन कर रहे हैं, जहां उनके साथ अत्याचार हो रहा है।
Published on:
11 Dec 2025 02:17 pm
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