
शिवनाथ नदी में बाढ़ का खतरा! (photo-patrika)
Shivnath River: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के साथ ही राजनांदगांव और मोहला-मानपुर जिले में शनिवार की रात जमकर बारिश हुई। इससे नदी-नालों में आवक के साथ जलाशयों में भी जलभराव तेजी से हो रहा है। इसके चलते रविवार को राजनांदगांव के मोंगरा बैराज और सूखा नाला से शिवनाथ नदी में 20 हजार क्यूसके पानी छोड़ा गया।
इधर में कैचमेंट से आवक के कारण शिवनाथ में महमरा एनीकट के ऊपर पहले ही 5 फीट पानी चल रहा है। बारिश के चलते एक दिन पहले ही मोंगरा बैराज और सूखा नाला में पानी का दबाव बढ़ गया था। इसके चलते रविवार की सुबह मोंगरा से शिवनाथ में 18 हजार क्यूसेक पानी छोड़ना पड़ा। इसी तरह सूखा नाला से 1 हजार 600 क्यूसेक और घूमरिया से 120 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यह पानी सोमवार की सुबह महमरा एनीकट में पहुंचेगा।
शनिवार को रात जिले में भी जमकर बारिश हुई। करीब घंटेभर की तेज बारिश ने खेतों को लबालब कर दिया। शनिवार की रात सबसे ज्यादा दुर्ग ब्लाक में 89.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसी तरह पाटन में 50 मिलीमीटर और भिलाई तीन में 40.4 मिलीमीटर बारिश हुई। बोरी में 16.6 मिलीमीटर, अहिवारा में 12.7 मिलीमीटर और धमधा मे 10.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
इससे पहले 7 और 8 जुलाई को तेज बारिश के बाद जलाशयों से 56 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ना पड़ा था। 28 जुलाई को भी मोंगरा सहित अन्य जलाशयों से करीब 26 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। तब महमरा एनीकट के ऊपर 10 से 12 फीट पानी पहुंचा था।
ब्लाक 17 अगस्त अब तक इस अवधि की औसत
दुर्ग 89.1 631.4 606.2
धमधा 10.9 437.5 434.3
पाटन 50.0 789.5 717.9
बोरी 16.6 545.2 414.4
भिलाई तीन 40.4 532.6 660.1
अहिवारा 12.7 684.6 459.5
औसत 36.6 603.5 548.7
(आंकड़े भू-अभिलेख शाखा के अनुसार, मिलीमीटर में )
बारिश के कारण सिंचाई और निस्तारी के लिए पानी देने वाले तांदुला जलाशयों में रविवार को दोपहर तक 71.1 फीसदी जलभराव हो गया था। खरखरा में 64.5 फीसदी से ज्यादा जलभराव हो गया है। गोंदली में भी 59 फीसदी से ज्यादा पानी हो गया है। जिले का खपरी जलाशय पहले ही छलक रहा है।
जल संसाधन संभाग दुर्ग अधीक्षण अभियंता एसके पांडेय ने कहा की शिवनाथ में जलाशयों से पानी छोड़ा जा रहा है। इससे अभी और जल स्तर बढ़ने की संभावना है। महमरा एनीकट के ऊपर पानी के लेबल बढ़ सकता है। कैचमेंट के इलाकों में बारिश के लिए रेड अलर्ट है, ऐसे में और बारिश हुई तो जलाशयों से पानी की मात्रा बढ़ाई जा सकती है।
Updated on:
18 Aug 2025 12:07 pm
Published on:
18 Aug 2025 11:55 am
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