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स्कूल शिक्षा पर फोकस, मंत्री गजेंद्र यादव बोले- पढ़ाई को मिलेगा प्राथमिकता, सुधार की होगी पहल…

CG Educational News: दुर्ग जिले में शिक्षा,जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में बेहद महत्वपूर्ण है। बच्चों के बौद्धिक, मानसिक और शारीरिक विकास का मूल स्कूली शिक्षा में है।

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स्कूल शिक्षा पर फोकस, मंत्री गजेंद्र यादव बोले- पढ़ाई को मिलेगा प्राथमिकता(photo-patrika)

स्कूल शिक्षा पर फोकस, मंत्री गजेंद्र यादव बोले- पढ़ाई को मिलेगा प्राथमिकता(photo-patrika)

CG Educational News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में शिक्षा,जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में बेहद महत्वपूर्ण है। बच्चों के बौद्धिक, मानसिक और शारीरिक विकास का मूल स्कूली शिक्षा में है। इसलिए स्कूल स्तर पर ही बेहतर शिक्षा और विकास पर जोर दिया जाना चाहिए।

इसी पर फोकस कर स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था में सुधार का प्रयास किया जाएगा। स्कूलों में दीगर गतिविधियों के बजाए ज्यादा फोकस पढ़ाई पर हो, इस पर ध्यान दिया जाएगा। मंत्री पद का शपथ लेने के बाद गुरुवार को दुर्ग पहुंचे स्कूल शिक्षा व ग्रामोद्योग मंत्री गजेंद्र यादव ने पत्रिका से बातचीत में ये बातें कही।

CG Educational News: मंत्री गजेंद्र यादव ने की पत्रिका से बातचीत

Q सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और निजी स्कूलों की चुनौती बड़ी समस्या है, इससे कैसे निपटेंगे।

जवाब- मैंने खुद सरकारी स्कूल से पढ़ाई की है, इसलिए मैं स्थितियों को बेहतर समझ सकता हूं। सरकारी स्कूलों में अध्ययन व्यवस्था और संसाधनों में कमी नहीं है, जरूरत केवल बेहतर प्रयासों की है। प्रदेश सरकार इस दिशा में बेहद गंभीरता से काम कर रही है। स्कूलों में दीगर कार्यों के बजाए बच्चों की पढ़ाई पर ज्यादा फोकस करने की जरूरत है। इस पर ध्यान दिया जाएगा, इससे शिक्षा की गुणवत्ता में निश्चित सुधार आएगा। मुयमंत्री ने एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम के आधार अध्ययन-अध्यापन के निर्देश दे रखा है।

Q प्रधानमंत्री की पहल पर पीएमश्री स्कूल खोले गए हैं, यहां की शिक्षा व्यवस्था बेहतर बने, इसके लिए क्या योजना है?

जवाब- प्रधानमंत्री की पहल पर देशभर में पीएमश्री स्कूल खोले गए हैं। पूर्ववर्ती सरकार के आत्मानंद स्कूलों को भी इन स्कूलों में मर्ज किया गया है। पूर्ववर्ती सरकार की व्यवस्था डीएमएफ फंड पर निर्भर था। इससे शिक्षकों के वेतन भुगतान सहित कई समस्याएं होती थी। पीएमश्री स्कूल में ऐसा नहीं है। फंड के साथ संसाधनों की व्यवस्था की जा रही है। वहीं एनसीईआरटी के पाठ्यक्रमों की पढ़ाई से गुणवत्ता में सुधार होगा।

Q बेहतर शिक्षण व्यवस्था के नाम पर स्कूलों और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। इससे शिक्षकों की कमी हुई।

जवाब- पूर्ववर्ती सरकार में शिक्षकों के ट्रांसफर नियम विरुद्ध किए गए। इससे कई विसंगतियां आ गई और शिक्षा का स्तर भी प्रभावित हुआ। गांवों में शिक्षकों की कमी और शहरों में पद से ज्यादा शिक्षक की स्थिति बन गई। इस असमानता को दूर करने युक्तियुक्तकरण किया गया। इससे काफी हद तक स्थिति सुधरी है। विषयवार युक्तियुक्तकरण में कुछ खामियां हैं। इसमें सुधार किया जाएगा और विषयवार ध्यान रखकर शिक्षकों की पदस्थापना की जाएगी। कमी को दूर करने 5000 शिक्षकों की भर्ती का फैसला किया है।

Q कई दावेदारों के बाद भी पहली बार में ही इतनी बड़ी जिमेदारी को किस रूप में देखते हैं और क्या प्रयास होगा?

जवाब: मैं बेहद सामान्य परिवार से हूं। मुयमंत्री ने और तमाम वरिष्ठों ने मुझे बेहद विश्वास के साथ मंत्रिमंडल में जगह दी है। स्कूल शिक्षा और ग्रामोद्योग जैसे महत्वपूर्ण विभाग का दायित्व सौंपा है। ऐसे में उनके विश्वास में खरा उतरना मेरी पहली जिमेदारी है। इसके लिए अच्छा और बेहतर काम करने का प्रयास होगा। मोदी की गारंटी और विष्णुदेव के सुशासन को ध्यान में रखकर हरसंभव बेहतर काम करने का प्रयास किया जाएगा।

फंडिंग से लेकर प्रशिक्षण तक की व्यवस्था

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल मुहिम को आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि पुराने दौर में हमारे पारंपरिक उद्योग व व्यवसाय ही जीविकोपार्जन व अर्थोपार्जन के प्रमुख साधन थे। इन्हें बढ़ावा देने के लिए काम उपलब्ध कराने से लेकर फंडिंग और प्रशिक्षण तक की व्यवस्था कराई जाएगी।