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धान खरीदी में लापरवाही..! 4.73 लाख क्विंटल धान का उठाव नहीं, जिम्मेदार बरत रहे उदासीनता…

Dhan Kharidi Scam: दुर्ग जिले में किसानों से समर्थन मूल्य पर उपार्जित चार लाख 73 हजार क्विंटल धान अभी भी संग्रहण केंद्रों में है।

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धान खरीदी में लापरवाही..! 4.73 लाख क्विंटल धान का उठाव नहीं, जिम्मेदार बरत रहे उदासीनता...(photo-patrika)

धान खरीदी में लापरवाही..! 4.73 लाख क्विंटल धान का उठाव नहीं, जिम्मेदार बरत रहे उदासीनता...(photo-patrika)

Dhan Kharidi Scam: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में किसानों से समर्थन मूल्य पर उपार्जित चार लाख 73 हजार क्विंटल धान अभी भी संग्रहण केंद्रों में है। पहले कस्टम मिलिंग के लिए उठाव और नीलामी की प्रक्रिया में देरी और बाद में बारिश के कारण यह स्थिति बनी है।

अफसरों की मानें तो संग्रहण केंद्रों में भंडारित सभी धान के उठाव के लिए संबंधितों को डीओ जारी कर दिया गया है, ऐसे में देरी से शासन को नुकसान की स्थिति नहीं है। इधर, जिले में नए खरीदी सीजन की तैयारी हो गई है। विभाग द्वारा खरीदी केंद्रों को तैयार करने के साथ बारदाने की जानकारी जुटाई जा रही है।

Dhan Kharidi Scam: लापरवाही छिपाकर नई खरीदी की तैयारी

गौरतलब है कि इससे पहले पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में किसानों से समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान का संग्रहण केंद्रों में भंडारण के बजाए सीधे खरीदी केंद्रों से उठाव करा लिया जाता है। नई सरकार में इसमें बदलाव कर पुरानी पद्धति से खरीदी सीजन के बाद बचे हुए धान का भंडारण इस बार फिर से संग्रहण केंद्रों कराया गया है। यह धान लंबे समय से खुले आसमान के नीचे कैप कवर के सहारे भंडारित है।

बताया जा रहा है कि संग्रहण केंद्रों में भंडारित ज्यादातर धान नीलामी में निजी खरीदारों को बेच दिया गया है। वहीं कस्टम मिलिंग के लिए कुछ मिलर्स को भी उठाव किया जाना है। इसके लिए संबंधितों को डीओ जारी हो चुका है। कोड़िया में 1.50 लाख क्विं. धान: कोड़िया संग्रहण केंद्र में भी बड़ी मात्रा में धान भंडारित है।

यहां से नियमित उठाव कराया जा रहा है, लेकिन बताया जा रहा है कि अब भी 1 लाख 50 हजार क्विंटल धान यहां भंडारित है। इसके अलावा अरसनारा और जेवरा सिरसा संग्रहण केंद्र में भी धान भंडारित कराया गया था। इन दोनों केंद्रों में लगभग उठाव की स्थिति है।

सेलूद फड़ में सर्वाधिक धान

धान के उठाव में देरी हुई है, लेकिन अब केवल दो केंद्रों में धान है। सभी धान के लिए डीओ जारी किया जा चुका है और उठाव चल रहा है। नई खरीदी सीजन के लिए तैयारी चल रही है।

भौमिक बघेल, डीएमओ दुर्ग

विभागीय सूत्रों के मुताबिक धान के उठाव के मामले में सर्वाधिक खराब स्थिति सेलूद फड़ का है। यहां अब भी तीन लाख 25 हजार 110 क्विंटल धान भंडारित होने की जानकारी है। जबकि यहां से सात लाख 93 हजार क्विंटल से ज्यादा धान का उठाव हो चुका है। बारिश में मिट्टी गीली होने से वाहनों की आवाजाही में दिक्कत के कारण उठाव में देरी हो रही है।

लापरवाही छिपाकर नई खरीदी की तैयारी

2517265.27क्विंटल धान भंडारित किया गया था जिले के छह संग्रहण केंद्रों में 870686.10 क्विंटल धान का उठाव किया है कस्टम मिलिंग के लिए 1072809.66 क्विंटल धान खरीदारों से उठाव किया संग्रहण केंद्रों से 473769.73 क्विंटल धान अभी भंडारित है संग्रहण केंद्रों में