
भारत के सामने नहीं टिक पाता पाकिस्तान, इतना बुरा है आतंकवाद को पनाह देने वाली अर्थव्यवस्था का हाल
नई दिल्ली। आतंकवाद को पनाह देने वाला पाकिस्तान आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है। लोगों का कहना है कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हो जाता है तो पाकिस्तान सिर्फ तबाह ही नहीं बल्कि कंगाल भी हो जाएगा। अगर दोनों देशों की तुलना करें तो पाकिस्तान भारत के सामने कहीं नहीं टिक पाता। भले ही वो जीडीपी हो, विदेशी मुद्रा भंडार, रक्षा बजट या आयात-निर्यात। आज भारत पाकिस्तान से हर क्षेत्र में आगे हैं।
जीडीपी
अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत इस वर्ष ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। पिछले वर्ष फ्रांस को पछाड़कर भारत छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनी थी। बात अगर पाकिस्तान की करें तो पाकिस्तान की इकॉनमी बेहाल है। वित्त वर्ष 2017-18 में भारत की जीडीपी 184806.22 अरब रुपए थी जबकि उसी अवधि के दौरान पाकिस्तान की जीडीपी 21696.58 अरब रुपए की थी।
बाहरी कर्ज
बाहरी कर्ज के मामले में दोनों अर्थव्यवस्थाएं लगभग बराबर हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने सितंबर 2018 में पाकिस्तान पर 5.962 अरब डॉलर बाहरी कर्ज होने का दावा किया था, वहीं जून 2018 में भारत पर 5.596 अरब डॉलर बाहरी कर्ज का आंकड़ा दिया था।
आयात-निर्यात
पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के मुताबिक, 2017-18 में पाकिस्तान ने 25 खरब 55 अरब, 4 करोड़, 33 लाख पाकिस्तानी रुपए मूल्य के निर्यात किए जबकि 66 खरब, 94 अरब, 89 करोड़, 67 लाख पाकिस्तानी रुपए मूल्य के आयात किए। यानी, कुल 41 खरब, 28 अरब, 96 करोड़, 45 लाख पाकिस्तानी रुपए मूल्या का व्यापार घाटा हुआ था।
विदेशी मुद्रा भंडार
विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में भी पाकिस्तान भारत से बहुत पीछे है। पाकिस्तान के पास दिसंबर 2018 तक 97,915 करोड़ रुपए का विदेशी मुद्रा भंडार था जबकि 15 फरवरी 2019 तक भारत के पास 28,35,543 करोड़ रुपए का भंडार था।
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Published on:
28 Feb 2019 03:45 pm
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