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MNIT: जयपुर बनेगा स्पेस टेक्नोलॉजी रिसर्च का हब, स्टूडेंट्स को बड़ा फायदा

MNIT: मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रीजनल एकेडमिक सेंटर फॉर स्पेस का वेबपोर्टल लॉन्च, वेब पोर्टल सेव एनवायर्नमेंट की दिशा में प्रभावी होगा

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जयपुर

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Sunil Sharma

Aug 17, 2019

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MNIT: शहर का मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MNIT) प्रदेश सहित गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और दमन-दीव के स्पेस में रुचि रखने वाले स्टूडेंट्स, रिसर्चर और फैकल्टी को प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा। MNIT में शुक्रवार को देश के पहले रीजनल एकेडमिक सेंटर फॉर स्पेस (आरएसी-एस) के वेबपोर्टल की लॉन्चिंग एमएनआइटी के डायरेक्टर प्रो. उदयकुमार आर. यारागट्टी ने की। प्रो. यारागट्टी ने बताया कि आने वाले दिनों में जयपुर स्पेस टेक्नोलॉजी पर रिसर्च के हब के रूप में जाना जाएगा। साथ ही इसरो के लिए सलेक्ट होने प्रोजेक्ट पर मेंबर्स वहां जाकर काम कर सकेंगे।

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प्रोजेक्ट को मिलेगी दो करोड़ तक की ग्रांट
आरएसी-एस के कोलोबरेटिव इंस्टीट्यूशंस वेबपोर्टल पर अपने स्पेस रिसर्च से जुड़े प्रोजेक्ट्स अपलोड कर सकेंगे। इनमें से चुनिंदा प्राजेक्ट को ग्रांट भी मिलेगी। जानकारी के अनुसार, करीब दो महीने में प्रोजेक्ट को शॉर्टलिस्ट कर पहली ग्रांट की जाएगी। इस साल इसका बजट दो करोड़ रुपए है, जिसे जल्द ही बढ़ाया जाएगा।

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कोलोबरेटिव रिसर्च को मिलेगा बढ़ावा
प्रो. यारागट्टी ने बताया कि आरएसी-एस के माध्यम से कोलोबरेटिव रिसर्च को बढ़ावा दिया मिलेगा। इंस्टीट्यूशंस मिलकर टीमवर्क से क्वालिटी रिसर्च को प्रमोट करेंगे। वहीं आने वाले दिनों में कॉन्फ्रेंस, सेमिनार और स्कूल में स्पेस अवेयरनेस जैसी एक्टिविटीज शुरू की जाएंगी। वेब पोर्टल सेव एनवायर्नमेंट की दिशा में प्रभावी होगा। प्रोजेक्ट सब्मिट से लेकर रिव्यू और ग्रांट देने तक पूरा प्रोसेस ऑनलाइन होगा।