
UP assembly
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के दो दौर की वोटिंग खत्म हो चुकी है। तीसरे चरण के लिए 20 फरवरी को वोटिंग होने वाली है। बाकी के चरणों के लिए चुनाव प्रचार चल रहे हैं। इस बीच कई चुनाव सम्बंधित रोचक जानकारी मिल रहीं हैं। जिन्हें जानकर आप हैरान हो जाएंगे। तीसरे चरण में एटा जिले के लिए भी मतदान होगा। यह जानकर ताज्जुब होगा कि, एटा में आजादी के बाद से अब तक एक ही महिला उम्मीदवार ने चुनाव जीता है। जिनका नाम है मिथिलेश कुमारी। मिथिलेश कुमारी ने 1996 में जलेसर सीट से विधानसभा चुनाव जीता था। आजादी के बाद एटा जिले में विधायक बनने वाली मिथिलेश कुमारी अकेली और पहली महिला हैं। चुनाव 2022 में एटा का चुनावी इतिहास बदलने की संभावना प्रबल है। क्योंकि इस बार विधानसभा चुनाव 2022 के लिए जिले की सभी चार सीटों एटा सदर, अलीगंज, मरहरा और जलेसर में रिकॉर्ड आठ महिला उम्मीदवार मैदान में हैं।
भाजपा, बसपा और सपा ने महिलाओं को नहीं दिया टिकट
एक बड़े न्यूज पेपर की खबर के अनुसार, यूपी विधानसभा चुनाव में एटा जिले में कांग्रेस ने तीन महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जबकि आम आदमी पार्टी ने एक को मैदान में उतारा है। क्षेत्रीय दलों ने तीन महिला उम्मीदवारों पर अपना विश्वास जताया हैं। इसके साथ ही एक निर्दलीय उम्मीदवार है। भाजपा, बसपा और सपा ने एटा जिले की किसी भी विधानसभा सीट से एक भी महिला को टिकट नहीं दिया है। अलीगंज सीट से एक भी महिला उम्मीदवार नहीं है, जबकि एटा सदर सीट से सिर्फ एक महिला उम्मीदवार गुंजन मिश्रा हैं, जिन्हें कांग्रेस ने टिकट दिया है।
चुनाव 2022 में है महिला उम्मीदवारों की धमक
जलेसर सीट से इस बार तीन महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस पार्टी की नीलम राज, आम आदमी पार्टी की प्रेम और वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल की इंद्रेश कुमारी चुनावी मैदान में हैं। मरहरा विधानसभा सीट से चार महिलाएं चुनाव लड़ रही हैं। इनमें कांग्रेस से तारा राजपूत, राष्ट्रीय पिछड़ा पार्टी से ममता सिंह, जन अधिकार पार्टी से सुनीता शाक्य और निर्दलीय उम्मीदवार विद्या वर्मा शामिल हैं।
अब तक कुल 26 महिला प्रत्याशियों ने लड़ा चुनाव
एटा जिले में आजादी के बाद करीब 17 विधानसभा चुनाव हुए हैं। और जिले की चारों विधानसभा सीट से अब तक कुल 26 महिला प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा है। पर सिर्फ एक ही मलिा विधायक बन सकी है। पिछले तीन चुनावों में राजनीतिक दलों ने केवल तीन महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। 2002 में कांग्रेस ने अलीगंज सीट के लिए चंदा बेगम, 2007 में सुधा कुमारी जलेसर सीट से टिकट हदया था। 2012 में भाजपा ने जलेसर सीट से पूर्व विधायक मिथिलेश कुमारी को मैदान में उतारा था। पर कमाल की बात है कि इनमें से कोई भी उम्मीदवार दूसरा स्थान हासिल नहीं कर पाया।
Published on:
18 Feb 2022 01:18 pm
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