पहले एक न्यूज ऐजेंसी की तरफ से खबर आई थी कि ममता बनर्जी ने 1200 वोटों से शुभेंदु अधिकारी को हरा दिया। हालांकि उस वक्त न तो ममता बनर्जी की तरफ से कोई बयान सामने आया और न ही शुभेंदु अधिकारी की तरफ से। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में ममता बनर्जी को विजयी घोषित कर दिया। इसके बाद निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर जब आंकड़े अपडेट हुए तब पता चला कि शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी का हराया है। वहीं ममता बनर्जी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेेंस में अपनी हार स्वीकार की।
नंदीग्राम सीट पर पर ममता बनर्जी और शुभेंदु बनर्जी के बीच कांटे की टक्कर रही। शुरुआती दौर में ममता बनर्जी, शुभेंदु से पीछे चल रही थीं। दोनों के बीच इस सीट पर कड़ा मुकाबला रहा। पहले 15 राउंड तक की गिनती में शुभेंदु आगे चल रहे थे और ममता बनर्जी पीछे चल रही थी। इसके बाद ममता बनर्जी आगे हो गईं और शुभेंदु पीछे। वहीं 16वें राउंड में एक बार फिर शुभेंदु 6 वोटो से ममता बनर्जी से आगे हो गए थे। हालांकि अंत में शुभेंदु ने ममता बनर्जी को हरा दिया। निवार्चन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शुभेंदु को 62677 वोट मिले जबकि ममता को 52815 वोर्ट मिले।
बता दें कि वर्ष 2009 के उपचुनाव से नंदीग्राम सीट पर तृणमूल कांग्रेस का दबदबा रहा है। वर्ष 2016 में शुभेंदु ने यहां से बतौर टीएमएसी उम्मीदवार चुनाव जीता था। हालांकि 2021 के विधानसभा चुनावों से पहले शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी को छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया। इसके बाद ममता बनर्जी ने इस सीट से शुभेंदु अधिकारी के सामने चुनाव लड़ने का फैसला लिया और हार का सामना करना पड़ा।
वहीं टीएमसी के कार्यकर्ता जीत के जश्न में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना भूल गए। हालांकि निर्वाचन आयोग ने सभी राजनैतिक पार्टीयों को चिट्ठी लिखकर जीत का जश्न मनाने से मना किया। टीएमसी को चुनावों में बढ़त मिलने के बाद टीएमसी कार्यकर्ता कार्यालय और सड़कों पर इकट्ठा हो गए और भीड़ कर दी। उन्होंने कोरोना संक्रमण का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा।