CG News: शहर के 2 सरकारी राशन दुकानों में खराब चावल बांटने की शिकायत सामने आई थी। इसके बाद पालिका से नेता प्रतिपक्ष संध्या राव अपने पार्षद साथियाें के साथ जांच के लिए पहुंची थीं। जांच में 1600 बोरी चावल खराब पाया गया। पत्रिका ने इस पर प्रमुखता से खबर छापी थी, जिसके बाद स्टेट वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के चेयरमैन चंदूलाल साहू ने जांच के लिए टीम भेजी थी।
इसमें नोडल अधिकारी बीएल अग्रवाल, तकनीकी सहायक रचना वर्मा, नान की डीएम हेलेन तिग्गा, क्वालिटी इंस्पेक्टर अमित चंद्राकर, राजू सोनी, सहायक खाद्य अधिकारी पवित्रा अहिरवार और खाद्य निरीक्षक श्रद्धा चौहान शामिल हैं। टीम को नमूनों में कीड़े, पाखड़ और चावल के पानी में भीगने के प्रमाण मिले। फिर भी त्वरित परीक्षण रिपोर्ट आने की बात कहकर मामले को ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश की। जांच के दौरान एक हमाल ठेकेदार चंद्र कुमार गिलहरे भी मौजूद रहा।
वह लगातार खराब चावल को उच्च गुणवत्ता का साबित करने के प्रयास में था। उसने मीडियाकर्मियों से भी अभद्र व्यवहार भी किया। इससे नाराजगी और बढ़ गई। डीएम हेलेन तिग्गा ने विभागीय नाकामी छिपाते हुए दुकान संचालक को दोषी ठहराने की कोशिश की। दुकान बंद करने की चेतावनी भी दी। लेकिन कीड़े लगे और सड़ चुके चावल देखकर भी बिना कुछ कहे दूसरी दुकान की ओर रवाना हो गईं। वहां पहुंचने से पहले मौके से नदारद हो गईं।
इसलिए… चेयरमैन ने खुद पहुंचे, फटकारा
मीडियाकर्मियों से दुर्व्यवहार और जांच में कोताही की खबर जानकर चेयरमैन चंदूलाल साहू खुद नवापारा वेयरहाउस पहुंचे। भाजपा नेता किशोर देवांगन भी साथ थे। निरीक्षण में खराब चावल का स्टॉक मिला। साहू ने अफसरों को फटकारते हुए कहा कि खराब चावल तुरंत वापस करें। साफ चावल की आपूर्ति करें। उन्होंने दो टूक कहा कि सरकार की छवि खराब करने के प्रयास बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। देवांगन ने कहा कि कुछ कर्मचारी जानबूझकर सरकार की छवि खराब करने में लगे हैं। ऐसे लोगों की जांच होगी।
Published on:
12 Jun 2025 01:29 pm