
गाजियाबाद. मोदीनगर इलाके में मुल्तानी मल डिग्री कॉलेज के छात्रों ने एक जुलूस निकालकर काला दिवस मनाया। बता दें कि मुल्तानी मल डिग्री कॉलेज के छात्र 1990 से हर साल 26 सितंबर को एक जुलूस निकालते हैं और इस दिन को काले दिवस के रूप में मनाते हैं। यह जुलूस काॅलेज के 2 छात्रों की 26 सितंबर 1990 को आरक्षण विरोधी आंदोलन के दौरान हुई मौत के बाद से निकाला जा रहा है।
जुलूस के दौरान छात्रों ने मांग की कि आरक्षण विरोधी आंदोलन में युवराज सिंह और संजय कौशिक नाम के 2 छात्र मारे गए थे। इसके बाद से उनके परिवार को आज तक भी न्याय नहीं मिल पाया है। इसके अलावा मुल्तानी मल डिग्री कॉलेज के सभी छात्रों की यह मांग है कि दोनों ही छात्रों को शहीद का दर्जा दिया जाए और राज चौराहे को शहीद चौक घोषित किया जाए। साथ ही एक स्मृति राज चौराहे पर शहीद युवराज सिंह और संजय कौशिक की याद में बनाई जाए।
आंदोलनरत छात्रों का कहना है कि यहां के छात्र पिछले 28 साल से हर साल लगातार अपनी मांग उठाते हुए एक जुलूस निकालते हैं। उसके बाद प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा जाता है। इसी कड़ी में आज भी मोदीनगर में मुख्य सड़क और चौराहों पर मुल्तानी मल डिग्री कॉलेज के छात्रों ने एक जुलूस निकाला। इस दौरान सभी छात्रों ने दोनों छात्रों की आत्मा की शांति के लिए मौन धारण भी किया और उपजिलाधिकारी को अपनी मांग पूरी कराए जाने के उद्देश्य से एक ज्ञापन भी सौंपा।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए मुल्तानी मल डिग्री कॉलेज के छात्र नेता और युवराज सिंह के भाई ने बताया की उनका भाई युवराज सिंह और संजय कौशिक आरक्षण विरोधी आंदोलन की अगुवाई कर रहे थे। इसी दौरान वहां पर बलवा हो गया और पुलिस की गोली लगने से दोनों की मौत हो गई थी। उसके बाद से आज तक उनके परिवार को न्याय नहीं मिल पाया है।
Published on:
26 Sept 2019 02:25 pm
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