
गाजियाबाद। अगर आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट (Public Transport) यानि बस (Bus) से ऑफिस या फिर कहीं भी आने जाने का सफर तय करते हैं तो यह खबर आप के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। इसकी वजह प्रदेश के महानगर गाजियाबाद में डीजल बसों (Diesel Bus) पर रोक लगाना है। यह निर्देश शनिवार को ईपीसीए (पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण) (Environment pollution control authority) के चेयरमैन भूरेलाल ने दिया।
इस वजह से जारी किया गया ऐसा आदेश
UPSRTC (उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम) के अधिकारियों ने कहा कि अब तक हरियाणा, राजस्थान, और उत्तराखंड समेत आसपास के राज्यों की (Diesel) डीजल बसों को गाजियाबाद में प्रवेश मिल रहा है। जिसकी वजह से (Air Pollution) वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। अब इसे कंट्रोल (Control) में लाने के लिए इन बसों को जिले में घुसने से रोकना होगा। उन्होंने कहा कि बहुत मुश्किल से यहां (Air Pollution Control) वायु प्रदूषण कंट्रोल में आया है। जिसे बनाये रखना है। इसके लिए डीजल बसों पर रोक लगाना बहुत ही जरूरी है।
अगर नहीं लागू हुआ नियम तो अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि अगर रोक के बाद भी जिले में इस तरह की डीजल बसें और वायु प्रदूषण फैलाने वाले तत्व दिखें तो अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं उन्होंने सभी विभागों को (Industry) इंडस्ट्री के अलावा सड़कों पर धूल कण फैलने से रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
बसों के रोक लगने पर इन लोगों को हो सकती है परेशानी
वही लोगों की माने तो डीजल बसों पर रोक लगने से महानगर में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। महानगर में सैंकड़ों लोग दूसरे राज्यों के रहने वाले है। जो यहां आकर नौकरी और काम करते है। ऐसे में उन्हें अब अपने मूल निवास यानि राजस्थान, उत्तराखंड या हरियाणा समेत दूसरे राज्यों में जाने के लिए दूसरों जिलों से बस लेनी होगी।
Published on:
06 Oct 2019 12:39 pm
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