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गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलनरत किसानों को भी अब सताने लगा कोरोना का डर

भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत और जगतार सिंह बाजवा ने जाना गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसानों का हाल, कोरोना वायरस से बचाव के लिए दिए निर्देश।

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क
गाजियाबाद. दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर पिछले काफी समय से कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर बड़ी संख्या में किसान धरने (Farmers Protest) पर बैठे हुए हैं। उधर, कोविड-19 संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है तो अब धरने पर बैठे किसानों को भी कोरोना का डर सताने लगा है। कोविड-19 (Covid 19) संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए धरने पर बैठे किसानों को सचेत करने और वहां व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त किए जाने के लिए भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत और जगतार सिंह बाजवा ने धरना स्थल का जायजा लिया। उन्होंने वहां मौजूद सभी किसानों को कोविड-19 से बचाव के लिए सरकारी गाइडलाइन का पालन करने के लिए कहा।

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किसान नेता जगतार सिंह बाजवा का कहना है कि किसान मजदूरों के लिए धरना स्थल पर सभी आवश्यक सुविधाएं दुरुस्त हों, इसके लिए वह गंभीर हैं। इसलिए स्वच्छ शौचालय के साथ शुद्ध पेयजल की भी व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के तमाम उपायों के बारे में किसानों को जानकारी दी जा रही है, ताकि सभी लोग यहां सुरक्षित रहकर आंदोलन को आगे बढ़ा सकें। इस दौरान उन्होंने फिर दोहराया कि जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक गाजीपुर बॉर्डर किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।

अब धरना स्थल पर बढ़ेंगे किसान

वहीं, दूसरी तरफ धरना स्थल का जायजा लेने पहुंचे भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनावों की प्रक्रिया समाप्त होने जा रही है और खेती के काम भी अब कम होते नजर आ रहे हैं। इसलिए आंदोलन स्थल पर किसानों मजदूरों का बढ़ना स्वाभाविक है। लेकिन, करोना के प्रति जागरूक रहना पहला उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि कुछ कार्यकर्ताओं को धरना स्थल पर निगरानी करने के लिए लगाया जाएगा, ताकि यहां आने वाले सभी किसान कोविड-19 से सुरक्षित रह सकें।

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