
गाजियाबाद. नागरिकता संशोधन बिल (Citizen amendment bill-2019-CAB) के मामले में लगातार विरोध बढ़ता ही जा रहा है। गाजियाबाद जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiyat Ulema e Hind) ने जिला मुख्यालय के बाहर इस बिल को लेकर प्रदर्शन किया। इसके बाद बिल के खिलाफ प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। गाजियाबाद के सिटी मजिस्ट्रेट (Ghaziabad city magistrate) ने इस ज्ञापन को लिया। गौरतलब है कि भारी संख्या में संगठन के कार्यकर्ता सुबह से ही जिला मुख्यालय के बाहर जमे हुए थे।
प्रदर्शन के बाद मीडिया से मुखातिब जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सदस्यों ने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार ने नागरिकता संशोधन बिल (Citizen amendment bill-2019-CAB)जो पास किया है। वह न सिर्फ कानून के खिलाफ है, बल्कि यह हिंदुस्तान की तहजीब के भी खिलाफ है। यानी इस बिल के अंदर सभी को बराबर का सम्मान मिलना चाहिए, जो नहीं दिया गया है। इसलिए जमीयत उलेमा-ए-हिंद इसका पुरजोर विरोध करता है। उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा है। यदि जल्द ही इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया तो जमीयत उलेमा-ए-हिंद बड़े स्तर पर आंदोलन करेगा।
उधर, इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए सिटी मजिस्ट्रेट शिव प्रताप शुक्ला ने बताया कि नागरिक संशोधन बिल के खिलाफ जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सदस्यों के द्वारा एक ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया है, जिसे राष्ट्रपति तक पहुंचा दिया जाएगा।
Published on:
14 Dec 2019 12:11 pm
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