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पीएसी 26 वाहिनीं में महिला रिक्रूट्स आरक्षियों को फायर इक्विपमेंट की दी गई जानकारी, बचाव का मिला प्रशिक्षण

गोरखपुर स्थित पीएसी 26 वाहिनीं में महिला रिक्रूट्स को अग्निशामक यंत्रों की जानकारी देने के साथ ही आग पर नियंत्रण करने के उपाय का प्रशिक्षण किया गया।

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फोटो सोर्स: पत्रिका, महिला रिक्रूट्स आग से बचाव का प्रशिक्षण लेती हुई

महिला रिक्रूट्स आरक्षियों को आग लगने जैसी घटनाओं पर त्वरित नियंत्रण और अग्नि सेफ्टी उपकरण की जानकारी देने के लिए पीएसी 26 वीं वाहिनी में कमांडेंट निहारिका शर्मा के निर्देशन में प्रशिक्षण दिया गया, इस मौके पर सहायक सेनानायक संजय नाथ तिवारी भी उपस्थित रहे। प्रशिक्षण में रिक्रूट महिला आरक्षियों को आग तथा इसके प्रकार बचाव आदि के बारे में मूलभूत प्रशिक्षण दिया गया।

रिक्रूट महिला आरक्षियों को आग से बचाव के बारे में प्रशिक्षित किया गया

इस आयोजन में उत्तर प्रदेश पुलिस फायर विभाग के निरीक्षक शांतनु यादव द्वारा रिक्रूट महिला आरक्षियों को अग्निशमक यंत्रों तथा फायर के विभिन्न प्रकारों से अवगत कराया गया। सहायक सेनानायक संजय नाथ तिवारी द्वारा अपने संबोधन में कहा गया कि आग से सुरक्षा के लिए, आग लगने से पहले निवारक उपाय करें, जैसे कि ज्वलनशील पदार्थों को सुरक्षित रखना, विद्युत उपकरणों का नियमित रखरखाव करना, और स्मोक डिटेक्टर लगाना।

आग लगने पर बरतें ये सावधानियां

आग लगने के दौरान, तुरंत 101 पर कॉल करें, फायर अलार्म बजाएं, लिफ्ट का उपयोग न करें, सीढ़ियों का प्रयोग करें, और यदि धुआं हो तो अपने मुंह को गीले कपड़े से ढक लें। आग से बचाव के लिए, एक निकासी योजना बनाएं, अभ्यास करें, और आग लगने पर भागने के बजाय आग को बुझाने का प्रयास करें या सुरक्षित मार्ग का पालन करें। रिक्रूट महिला आरक्षियों को बताया गया की आग लगने के दौरान क्या क्या सतर्कता बरतनी चाहिए ।

अग्निशामक यंत्र से छोटी आग पर नियंत्रण

निरीक्षक शांतनु यादव ने अपने संबोधन में कहा की अग्निशामक यंत्र (Fire Extinguisher) एक ऐसा उपकरण है जो छोटी आग को नियंत्रित करने या बुझाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह एक दाब पात्र होता है जिसमें अग्निशमन रसायन (जैसे पानी, फोम, सूखा रसायन, या CO2) भरा होता है, जिसे हैंडल दबाकर आग पर स्प्रे किया जाता है।

अग्निशामक के बारे में दी गई विस्तृत जानकारी

अग्निशामक कई प्रकार के होते हैं और विभिन्न प्रकार की आग (जैसे A, B, C, D, E,F) के लिए विशिष्ट रूप से डिज़ाइन किए जाते हैं। गलत प्रकार के अग्निशामक का उपयोग आग को और बढ़ा सकता है, इसलिए सही अग्निशामक का चयन महत्वपूर्ण है।इस प्रशिक्षण में रिक्रूट महिला आरक्षियों द्वारा आग तथा इनके उपकरण प्राथमिक बचाव, फर्स्ट एंड आदि विषय प्रश्नों को पूछा गया। फायर विभाग की टीम ने आग लगने तथा इसके बचाव का डिमोट्रेशन किया गया जिसमें प्रशिक्षुओं ने चढ़ बढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर सहायक शिविरपाल दयाशंकर यादव,आरटीसी प्रभारी संजय यादव तथा वाहिनी के समस्त अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे।


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