
ग्रेटर नोएडा. जिस बेटे को मां-बाप ने बढ़े ही लाड़ प्यार से पाला और होनहार बनाया, लेकिन आज जब माता-पिता की सेवा का अवसर आया तो बेटे ने मुंह मोड़ लिया है। दरअसल, बिहार के मुजफ्फरपुर से दिल्ली बेटे के पास कैंसर पीड़ित पिता आए तो बेटे ने उनकी सेवा करने के बजाय वृद्धाश्रम में भेज दिया। इसका खुलासा उस समय हुआ जब ग्रेटर नोएडा के एक क्वारंटीन सेंटर से इस बुजुर्ग दंपती को छुट्टी देकर होम क्वारंटीन की सलाह देकर वृद्धाश्रम भेज दिया गया, लेकिन आश्रम प्रबंधन ने भी उन्हें रखने से मना कर दिया। इसके बाद बुजुर्ग माता-पिता ने बेटे से गुहार लगाई, लेकिन बेटे ने उनकी एक न सुनी।
बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस की महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन के बीच बिहार के मुजफ्फरपुर से कैंसर पीड़ित पति को लेकर बुजुर्ग पत्नी दिल्ली में बेटे के पास आए थे, लेकिन बेटे ने उन्हें अपने घर में न रख गाजियाबाद के वसुंधरा स्थित एक वृद्धाश्रम में ठहरा दिया। जहां से उन्हें ग्रेटर नोएडा के क्वारंटीन सेंटर में भेज दिया गया। क्वारंटीन सेंटर से डिस्चार्ज करते समय बुजुर्ग दंपती को होम क्वारंटीन में रहने की सलाह देकर वृद्धाश्रम भेज दिया गया, लेकिन हालात को देखते हुए आश्रम प्रबंधन ने उन्हें रखने से मना कर दिया। इससे परेशान बुजुर्ग दंपती ने बेटे को फोन करते हुए कुछ अपने साथ रखने की बात कही।
वहीं, बेटे ने उन्हें घर बुलाने के बजाय क्वारंटीन के डॉक्टर से फोन पर ही डिस्चार्ज समरी से होम क्वारंटीन की सलाह की बात को काटने का दबाव बनाया। जब डॉक्टरों ने इससे इनकार किया तो मजबूरी में बुजुर्ग माता-पिता एम्बुलेंस से वापस बिहार रवाना हो गए। बता दें कि मुजफ्फरपुर के रहने वाले बुजुर्ग दंपती का एक बेटा नोएडा में नौकरी करता है और वह परिवार के साथ दिल्ली के चिल्ला गांव में रहता है। उसके बुजुर्ग पिता पेट के कैंसर से पीड़ित हैं।
Published on:
16 May 2020 01:02 pm
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