
Guna nagar palika Chairperson vs In-charge CMO power tussle (photo- social media)
Chairperson vs In-charge CMO: जहां एक ओर गुना नगरपालिका (Guna Nagar Palika) में निर्माण कार्य में घोटालों की परतें खुलती जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर नपा अध्यक्ष और प्रभारी सीएमओ अलग-अलग आदेशों को लेकर आमने-सामने आ गई है। सड़क निर्माण के घोटाले को लेकर और ठेकेदारों के घेराव के बाद नगरपालिका अध्यक्ष सविता गुप्ता ने नगरपालिका की प्रभारी सीएमओ के खिलाफ हमला तेज कर दिया है।
उन्होंने शहर की साफ-सफाई न होने को लेकर सीएमओ मंजूषा खत्री पर निशाना साधा और कहा कि दो-तीन माह से शहर की साफ-सफाई चौपट हो गई है। कुछ महिला पार्षदों ने कहा कि इन दोनों की लड़ाई के पीछे हाल ही में प्रभारी सीएमओ द्वारा पार्षद पतियों के शासकीय बैठक और नगरपालिका में आकर अधिकारियों व कर्मचारियों को आदेश देने पर रोक लगाना है। (MP News)
नगरपालिका की अध्यक्ष सविता गुप्ता के पति भाजपा नेता अरविन्द गुप्ता द्वारा नगरपालिका के कामकाज में हस्तक्षेप किया जा रहा था। इसकी लगातार शिकायतें आने पर हाल ही में सविता गुप्ता ने एक आदेश जारी किया है जिसमें नगरपालिका अध्यक्ष एवं महिला पार्षदों के पति, रिश्तेदारों के शासकीय बैठकों एवं नगरपालिका कार्यालय में आकर काम में बाधा पहुंचाना या अधिकारी व कर्मियों को आदेश देने पर रोक लगाई है।
वैसे इस तरह का आदेश पूर्व में कलेक्टर के निर्देश पर जारी हुआ था, इसका पालन न होने पर पुनः प्रभारी सीएमओ ने इस आशय का पत्र जारी किया है। वैसे तो प्रभारी सीएमओ मंजूषा के आने के बाद नगरपालिका अध्यक्ष सविता गुप्ता में कामकाज को लेकर तालमेल नहीं बैठ पा रहा है। खत्री को हटाने के लिए नगरपालिका अध्यक्ष कुछ भाजपा पार्षदों के साथ दिल्ली जाकर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिली थीं। (MP News)
पार्षद पतियों पर रोक लगाए के नियम बताने के लिए बीते रोज नगरपालिका अध्यक्ष ने सीएमओ को पत्र लिखा था। रविवार को एक पत्र लिखकर उनको शहर की साफ-सफाई के ध्वस्त हो जाने के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने सीएमओ से कहा कि आपसे पहले चार सीएमओ रहे वे किसी अधिकारी या कर्मचारी का प्रभार बदलने से पहले चर्चा करते थे। आपके द्वारा लगातार अधिकारियों व कर्मचारियों के प्रभार या वार्ड बदलने से नगरपालिका की अन्य व्यवस्थाएं भी धराशायी हो रही है।
पूर्व में जैन समाज इस सफाई व्यवस्था को लेकर नाराजगी जाहिर कर चुका है। अब पार्षदों में काफी असंतोष है। दीपावली नजदीक है। सभी वार्डों में सफाई व्यवस्था सुधरे, कचरा वाहन भी 1 नियमित वार्डों में नहीं जा रहे है। अमित सोनी को फर्जी हस्ताक्षर करने के आरोप में नौकरी से हटा दिया। अभी भी संविदा कर्मियों को महत्वपूर्ण प्रभार दिए जा रहे हैं। तीन-चार माह में इतने तबादला आदेश हुए है उतने कभी नहीं किए। इस मामले में सीएमओ मंजूषा खत्री का कहना था कि पूर्व की अपेक्षा काफी व्यवस्थाएं सुधरी है। (MP News)
Published on:
06 Oct 2025 08:40 am
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