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हमने इन तीन सालों में एक भी मौत नहीं होने दी, एक फोन पर पहुंच जाती है मदद

locationग्वालियरPublished: Jun 14, 2018 03:48:44 pm

Submitted by:

Gaurav Sen

हमने इन तीन सालों में एक भी मौत नहीं होने दी, एक फोन पर पहुंच जाती है मदद

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हमने इन तीन सालों में एक भी मौत नहीं होने दी, एक फोन पर पहुंच जाती है मदद

भिण्ड। शहर में रक्तदान के क्षेत्र में सक्रिय दो संगठनों की वजह से रक्त की कमी के चलते बीते साढ़े तीन सालों में किसी मरीज की मौत नहीं हो पाई है। नवजीवन सहायतार्थ संगठन के 650 सदस्य अभी तक तीन हजार से अधिक लोगों को रक्त देकर उनकी जान बचा चुके हैं। वहीं डेढ़ वर्ष पूर्व नवजीवन संगठन से ही उपजे संजीवनी संगठन के 500 सदस्यों ने एक हजार लोगों को रक्त देकर जीवन बचाया है।

 

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नवजीवन सहातार्थ संगठन वर्ष 2014 में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए बनाया गया। इस ग्रुप के लोगों द्वारा भिण्ड के अलावा ग्वालियर, इंदौर दिल्ली आदि शहर में जाकर भी जरूरतमंद को रक्तदान किया है। रक्तदान के लिए समय-समय पर शिविर लगाकर प्रत्येक ग्रुप की उपलब्धता अस्पताल में बनी रहती है। ऐसे में प्रसव पीडि़त, दुर्घटना में घायल या अन्य किसी रोग से पीडि़त मरीज के लिए रक्त मौजूद रहता है।


जिला अस्पताल में रक्त की कमी से होती थी प्रति वर्ष १२ से १५ मौतें

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो रक्त की कमी के कारण वर्ष २०१० से २०१४ तक आधा सैकड़ा से ज्यादा लोगों की मौत हुई। औसतन १२ से १५ लोग प्रति वर्ष रक्त की कमी के कारण जान गवां रहे थे। ऐसे में जीवनदायक बनकर उभरे रक्तदान करने वाले ये संगठन सचमुच लोगों के लिए वरदान साबित हुए हैं।

 

लोगों की जान बचाने का जुनून ऐसा कि खुद की शादी के दिन भी देने पहुंच गए ब्लड
नवजीवन सहायतार्थ संगठन के सदस्य शक्ति सिंह कुशवाह निवासी वाटरवक्र्स भिण्ड दूल्हा बन रहे थे। बारात रवाना होने जा रही थी तभी संगठन से कॉल आया कि एक मरीज को बी पोजिटिव ब्लड गु्रप की आवश्यकता है। तो शादी के माहौल से निकलकर तत्काल शक्ति सिंह जिला अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने हादसे में घायल मरीज को ब्लड दिया और उसके बाद उनकी बारात रवाना हो सकी।

&निश्वार्थभाव से लोग जुड़े हैं प्रत्येक सदस्य को आत्मीय सुकून और लोगों की दुआएं मिल रहीं हैं। अच्छे कार्य के लिए हमारा कुनबा बढ़ता जा रहा है।
नीतेश जैन, संचालिका नवजीवन सहायतार्थ संगठन


&अच्छा लगता है जब हमारे संगठन के सदस्य तत्परता से रक्तदान करने पहुंच जाते हैं। किसी भी व्यक्ति की जान रक्त के अभाव में न जाए इसी उद्देश्य से संगठन चला रहे हैं।
बबलू सिंधी, संजीवनी संगठन संचालक भिण्ड

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